हिमाचल प्रदेश में कैबिनेट विस्तार का इंतजार खत्म हो गया है। हिमाचल प्रदेश में नई सरकार के गठन के एक महीने के बाद आज सुखविंदर सिंह सुक्खू की कैबिनेट का विस्तार किया गया है। 7 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। राजभवन में आज सुबह उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। आज मंत्री पद की शपथ लेने वालों में सोलन से विधायक धनी राम शांडिल, सिरमौर के शिलाई से छह बार के विधायक हर्षवर्धन चौहान, किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह बेटे और शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह शामिल हैं।
इनके अलावा कांगड़ा के जवाली से चंदर कुमार, कुसुमपट्टी से विधायक अनिरुद्ध सिंह और जुब्बल-कोटखाई से चार बार के विधायक रोहित ठाकुर को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। वहीं अभी 3 पद खाली है जिसका विस्तार जल्द ही किया जाएगा।
गौर हो कि हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी और सुखविंदर सिंह सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाया गया था। उनके साथ डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी मुकेश अग्निहोत्री को दी गई। अब कांग्रेस की सरकार लगभग एक महीने बाद मंत्रिमंडल का विस्तार करने जा रही है।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा की कुल 68 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को 35 सीटों की जरूरत होती है। कांग्रेस ने यहां 40 सीटों पर जीत दर्ज की है। यानी कांग्रेस की सरकार बनना तय है। इस चुनाव में बीजेपी के खाते में 25 तो अन्य के हिस्से में तीन सीटें आई हैं। वहीं, आम आदमी पार्टी एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं कर पाई। इस चुनाव में 412 प्रत्याशियों की किस्मत दांव पर थी। हर 5 साल में सरकार बदलने वाले इस राज्य में इस बार भी ट्रेंड रिपीट हुआ है।
कांग्रेस ने 68 विधानसभा सीटों में से ऊना, सोलन और हमीरपुर में चार-चार, सिरमौर में तीन, चंबा और कुल्लू में दो-दो और मंडी, बिलासपुर, किन्नौर और लाहौल और स्पीति जिलों में एक-एक सीट समेत 40 सीटों पर जीत हासिल की है।