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हिन्दू लड़के की प्रेम कहानी पर पाकिस्तान में मचा बवाल, ‘धूप की दीवार’ ने ऐसे बढ़ाई तपिश

पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर वेब सीरीज ‘धूप की दीवार’ के ट्रेलर को लेकर उबाल आ गया है। धूप की दीवार का 25 जून को प्रीमियर हो रहा है। इस वेब सीरीज में पाकिस्तानी कलाकार अहद रजा मीर और सजल अली मुख्य भूमिका में हैं। वेब सीरीज का थीम भारत और पाकिस्तान के तल्ख रिश्तों के बीच पनपी एक प्रेम कहानी का है। इस प्रेम को हिन्दू-मुस्लिम प्रेम कहानी के रूप में देखा जा रहा है। वेब सीरीज में लड़की पाकिस्तान की और लड़का भारत का दिखाया गया है। दोनों के पिता अपने-अपने देश की फौज के लिए लड़ते शहीद हुए हैं। धूप की दीवार की कहानी उमेरा अहमद ने लिखी है और निर्देशन हसीब हसन ने किया है। 15 जून और 18 जून को ‘धूप की दीवार’ के दो ट्रेलर रिलीज किए गए थे। पाकिस्तान के सोशल मीडिया पर #BanDhoopKiDeewar.हैशटैग ट्रेंड करने लगा। एक मुस्लिम लड़की (सजल) को हिन्दू लड़के (अहद) से प्रेम में दिखाया जा रहा है। इस सीरीज को लेकर पाकिस्तान में समर्थन भी हासिल है।


ज्ञात हो वास्तविक जीवन में सजल अली और अहद रजा मीर पति-पत्नी हैं। वेब सीरीज के विरोध में एक यूजर ने ट्वीट किया है। हम ना साथ रहे हैं और ना ही आगे रहेंगे। भारत और पाकिस्तान दो अलग राष्ट्रीयताएं हैं। एक और यूजर ने लिखा है कि ये रूमानियत या जज्बात नहीं जो अमन लाएंगे।

इतिहास खुद बताता है कि जज्बात और प्रेम दोनों, युद्ध के ही न दिखने वाले अलग अलग पहलू हैं। ये युद्ध है जो शांति लाता है, जैसा कि इतिहास ने दिखाया। एक यूजर ने लिखा है कि पाकिस्तानी सारी भारतीय फिल्मों को देखना पसंद करते हैं। जब पाकिस्तानी वेब सीरीज आती है तो कहने लगते हैं, इसे बैन करो। अजीब! बुक के कवर से ही राय मत बनाओ। एक यूजर ने वेब सीरीज का समर्थन किया है। उसने लिखा है कि नफरत की रट लगाए रखने से शांति और प्यार का संदेश ज्यादा अहम है। ट्रेलर में कुछ भी गलत नहीं है जो टू-नेशन थ्योरी से अलग बात करता है।

सीरीज की लेखक ने बताया सोशल ट्रेजेडी

वेब सीरीज की कहानीकार उमेरा अहमद ने विरोध के बाद अपना पक्ष रखा है। उमेरा ने लिखा है कि किस प्लेटफॉर्म पर सीरीज को दिखाया जाएगा, इसमें उनकी कोई भूमिका नहीं है। वेब सीरीज के लव स्टोरी होने के मुद्दे पर उमेरा ने इसे ‘सोशल ट्रेजिडी’ कहना ज्यादा पसंद किया। उमर ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर जिंदगियों पर युद्ध का असर पड़ता है। इस वेब सीरीज में यही दिखाया गया है। उमेरा के मुताबिक कहानी लिखे जाने के बाद (इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन्स) को मंजूरी के लिए भेजी गई थी। उमेरा ने विरोध करने वालों से सवाल भी किया कि शांति की बात करना क्यों पाप माना जाता है। हकीकत तो यह है कि इसे इस्लाम में जोर देकर बढ़ावा दिया गया है। ‘धूप की दीवार’ वेब सीरीज का भारतीय स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्र्म Zee5 पर 25 जून से प्रसारण होगा।