हाथरस गैंगरेप (Hathras gang rape Case) पीड़िता के केस ने एक बार फिर से लोगों को अंदर से झकझोर कर रख दिया है. एक और निर्भया की मौत से पूरे देशभर के लोगों में गुस्सा फूट रहा है. 29 सितंबर को अचानक से अस्पताल में हुई पीड़िता की मौत से लोग आक्रोशित होकर घर से बाहर निकल आए हैं और उसे इंसाफ दिलाने के लिए अपनी आवाज उठा रहे हैं. हर किसी की बस यही मांग है कि दरिंदों को फांसी पर चढ़ाया जाए. इस बीच पुलिस व्यवस्था पर भी जमकर सवाल उठ रहे हैं. जिस तरह से पीड़िता के मामले में कानून व्यवस्था ने ढिलाई दिखाई उसे लेकर अब योगी सरकार (Yogi Governmet) भी सवालों के घेरे में आ चुकी है.
तो वहीं दूसरी तरफ पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Gang rape victim post mortem report) सामने आ चुकी है. रिपोर्ट में हुए खुलासे की माने तो पीड़िता की गर्दन पर चोट के निशान मिले हैं और हड्डियां टूटी हुई पाई गई हैं. इस रिपोर्ट के एक-एक वाक्या से इस बाद का अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से दिवंगत पीड़िता के साथ दरिंदगी को अंजाम दिया गया था. फिलहाल सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) की ओर से ये भी बताया गया है कि अभी पीड़िता की मौत की सही वजह का पता नहीं लगाया जा सका है.इसलिए विसरा रिपोर्ट (Viscera report) के आने तक का इंतजार करना पड़ेगा. इसी रिपोर्ट से स्पष्ट हो पाएगा कि पीड़िता की मौत किस वजह से हुई थी. फिलहाल इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पीड़िता के गले पर लगी चोट के बारे में बताया गया है.
चोट के निशान के साथ ही युवती के गले को भी दबाने की बात का जिक्र हुआ है. जी हां इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ये खुलासा हुआ है कि पीड़िता के गले को एक बार नहीं बल्कि कई बार दबाने का प्रयास किया गया था.हालांकि उस दौरान वो अपने आपको उन हैवानों से बचाने की पूरी कोशिश करती रही. यही वजह है कि इस बचाव और हमले में पीड़िता की गर्दन की हड्डी भी टूट गई थी. बता दें कि ये पूरा मामला 14 सितंबर का है, जब पीड़िता के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गई थी.