Breaking News

सोने चांदी की कीमतों में बड़ा बदलाव, जानिए ताजा रेट

भारतीय बाजार(Indian Market)में सोने के भाव में आज उछाल देखने को मिला है. दिल्ली सर्राफा बाजार में 21 जनवरी 2021 को सोने के भाव में 575 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोत्तरी देखी गई है. सोने के साथ साथ चांदी ने भी अपने पैर फैला लिए है. आज चांदी के दाम में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिली है. आज चांदी में 1,227 रुपये प्रति किग्रा की बढ़ोतरी दर्ज की गई. पिछले सत्र के दौरान दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 48,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, चांदी 65,472 रुपये प्रति किग्रा पर थी. अंतरराष्‍ट्रीय बाजारों (International Markets) में भी सोना-चांदी के भाव में तेजी दर्ज की गई.

 

सोने के भाव

सोनादिल्ली सर्राफा बाजार में गुरुवार  को सोने के दामों में  575 रुपये प्रति 10 ग्राम की बढ़ोत्तरी हुई है. 99.9 ग्राम शुद्धता वाले सोने का दिल्ली में नया रेट  49,125 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है. इससे पूर्व कारोबारी सत्र में सोने का भाव 48,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार(International Market)  में सोने का भाव आज बढ़कर 1,870.50 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया.

चांदी के भाव

चांदीचांदी की कीमतों में बृहस्‍पतिवार को जोरदार उछाल देखा गया है. दिल्ली सर्राफा बाजार में आज चांदी की कीमतों में 1,227 रुपये प्रति किलोग्राम की तेजी आई. अब इसके दाम 66,699 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गए हैं. अंतरराष्‍ट्रीय बाजार (International Market) में आज चांदी का भाव बढ़कर 25.83 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर था.

भारत है सोने का दूसरा खरीददार

सोनाआपकों बता दें कि चीन के बाद सोने की खरीददार में भारत का नाम आता है. इसके साथ ही भारत में सोने पर 12.5 फीसदी आयात शुल्क और तीन फीसदी जीएसटी लगता है. ईटीएफ का प्रवाह सोने में कमजोर निवेशक रुचि को दर्शाता है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के उबरने के साथ भारत में 2021 के दौरान उपभोक्ता भावनाओं में सुधार हो रहा है और सोने की मांग पॉजिटिव दिखाई दे रही है.  रिपोर्ट के अनुसार नवंबर में धनतेरस के शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि आभूषणों की मांग औसत से कम थी, लेकिन इसमें पिछले साल की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून 2020) के निचले स्तर के मुकाबले काफी सुधार हुआ. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि वैश्विक आर्थिक वृद्धि कुछ समय के लिए अपनी पूर्ण क्षमता के मुकाबले सुस्त बनी रहेगी, लेकिन पिछले कुछ समय से सोने की कीमतों में स्थिरता के चलते उपभोक्ताओं के लिए खरीद के अवसर बढ़ेंगे.