हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में भूस्खलन (Kinnaur Landslide) की वजह से हुए हादसे के बाद शवों के मिलने का सिलसिला जारी है. अब तक 15 शव मलबे से बाहर निकाले जा चुके हैं. गुरुवार को लगातार चट्टानें गिरने की वजह से राहत-बचाव कार्य बाधित हो गया था. लेकिन आज सुबह तड़के 4 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) फिर से शुरू किया गया है. मलबे से आज दो और शव बरामद किए जा चुके हैं, जिसके बाद शवों की कुल संख्या 15 हो गई है.
गुरूवार सुबह भी रेस्क्यू-ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया था. इस दौरान चार और शव बरामद (4 Dead Body Recovered) किए गए थे. लेकिन भूस्खलन की वजह से राहत और बचाव कार्य को फिर से रोकना पड़ा था. आज सुबह फिर से इसे शुरू किया गया. जिसके बाद 2 और शव मलबे से बाहर (2 More Dead Body Recovered) निकाले गए. अब तक इस घटना में 15 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं.
मलबे से 15 शव निकाले गए बाहर
कुछ वाहनों के साथ ही मलबे में हिमाचल सड़क परिवहन निगम की एक बस भी दब गई थी. उन्होंने बताया कि बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हालत में मिली है. जबकि एक ‘बोलेरो’ वाहन का अब तक पता नहीं चल सका है और आशंका जताई जा रही है कि वह मलबे के साथ ही नीचे चली गई है.
निचार तहसील के निगुलसारी क्षेत्र के चौरा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-5 पर बुधवार दोपहर को भूस्खलन के बाद एचआरटीसी की एक बस चट्टानों से बद गई थी. यह बस रिकांग पियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी. सीएम जयराम ठाकुर के मुताबिक पत्थर गिरते देख एचआरटीसी का बस ड्राइवर वहीं रुक गया था. उसके पीछे कई वाहन रुक गए थे. उसी दौरान ऊप से पत्थर गिरने लगे. जिसके बाद बस ड्राइवर और कंडक्टर ने नीचे उतरकर एक चट्टान के नीचे शरण ली.
सुबह 4 बजे से फिर शुरू हुआ रेक्स्यू ऑपरेशन
सीएम ठाकुर ने कहा कि वे लोग यह नहीं देख पाए कि अन्य वाहनों का क्या हुआ क्योंकि इलाके में काफी अंधेरा हो गया था. उन्होंने कहा कि बस मलबे में दब गई और उसके टुकड़े इधर-उधर बिखरे मिले. पत्थरों के गिरने के कारण बचावकार्य कुछ समय के लिए रोकना पड़ा. आज सुबह 4 बजे से फिर से रेक्स्यू ऑपरेशन शुरू किया जा चुका है.