रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन जंग में सेना का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी एक नए जनरल को सौंपी है। शनिवार को सीएनएन की रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई। रिपोर्ट में अमेरिका और यूरोपीय अधिकारियों के हवाले से कहा गया कि पुतिन की सेना ने देश के उत्तरी हिस्से से सैनिकों को वापस बुलाने के लिए मजबूर होना पड़ा है और 46 दिन के बाद भी वह कीव पर कब्जा करने में नाकाम रही है।
रूस और यूक्रेन की जंग 24 फरवरी को शुरू हुई थी। पुतिन को अंदाजा नहीं था कि यह लड़ाई इतनी लंबी खिंचेगी और उन्हें इतने कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ेगा। खबरों के मुताबिक अधिकारियों ने कहा कि पुतिन ने रूस के साउदर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के जनरल अलेक्जेंडर ड्वोर्निकोव को यूक्रेन में रूस के सैन्य हमले के थिएटर कमांडर के रूप में नियुक्त किया है। लंबे युद्ध अनुभव वाला एक नया थिएटर कमांडर रूसी सेना के हमले को नई दिशा दे सकता है।
सीरिया में संभाली थी रूसी सैन्य अभियान की कमान
उम्मीद जताई जा रही है कि ड्वोर्निकोव कई मोर्चों के बजाय सिर्फ डोनबास क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करेंगे। 60 वर्षीय ड्वोर्निकोव सीरिया में रूस के मिलिट्री ऑपरेशन के पहले कमांडर थे, जब पुतिन ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार का समर्थन करने के लिए सितंबर 2015 में वहां सेना भेजी थी। सितंबर 2015 से जून 2016 तक सीरिया में ड्वोर्निकोव के नेतृत्व में रूसी विमान ने असद शासन और उनके सहयोगियों का समर्थन किया।
सीरिया की नीति से यूक्रेन में हमला कर रही रूसी सेना
इस दौरान उन्होंने विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी अलेप्पो को घेर लिया, घनी आबादी वाले इलाके में बमबारी की और बड़े पैमाने पर नागरिक हताहत हुए। 2016 में शहर सीरियाई सरकारी बलों के कब्जे में आ गया। रूसी सेना ने इसी नीति का इस्तेमाल यूक्रेन के भी कुछ इलाकों पर किया है, जिसमें रूसी सेना ने प्रमुख शहरों की आवासीय इमारतों पर हमला किया और यूक्रेनी बंदरगाह शहर मारियुपोल को बर्बाद कर दिया।