कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली सीरम इंस्टिट्यूट ने नई कोरोना वैक्सीन के आने में देरी होने के बारे में बताया है. भारत की सीरम इंस्टिट्यूट और अमेरिकी बायोटेक फर्म नोवावैक्स के द्वारा तैयार की जा रही कोविड वैक्सीन के पूरी तरह तैयार होने में सितंबर महीने तक का समय लगेगा. ऐसा सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है. अदार पूनावाला ने जनवरी महीने में कहा था कि दोनों संस्थानों द्वारा तैयार की जा रही वैक्सीन जून महीने तक लॉन्च हो जाएगी.
लेकिन शनिवार के दिन पूनावाला ने दूसरी आशंका के बारे में बताया. उन्होंने बताया है कि देश में कोरोवैक्स (Corovax) के ट्रायल शुरू कर दिए गए हैं. लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि कोरोवैक्स के लॉन्च होने में देरी क्यों हो रही है. दुनिया भर में सबसे अधिक वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों में से एक सीरम इंस्टिट्यूट के बॉस अदार पूनावाला ने कहा- इसको अफ्रीकी और यूके वैरिएंट पर टेस्ट किया गया है और ओवरऑल प्रभावशीलता (efficacy) 89 प्रतिशत रही है. अदार पूनावाला ने कहा कि उम्मीद है सितंबर 2021 में कोरोवैक्स (Corovax) लॉन्च हो जाएगी.
इससे पहले भी पूनावाला ने इस देरी के बारे में आशंकाएं जताई थीं. तब उन्होंने कहा था कि अमेरिका द्वारा क्रिटिकल रॉ मटेरियल के एक्सपोर्ट पर बैन लगाने से नोवावैक्स जैसी वैक्सीनों का प्रोडक्शन सीमित हो सकता है. अदार पूनावाला ने शुक्रवार के दिन कहा था कि वे टीकाकरण के समय घरेलू बाजार को ही प्राथमिकता देंगे. आपको बता दें कि भारत अभी तक करीब 58.1 मिलियन वैक्सीन डोज लगा चुका है. जो ब्राजील और अमेरिका के बाद पूरी दुनिया में तीसरे नंबर की संख्या है. हालांकि अगर देश की कुल जनसंख्या के मुकाबले इसे देखें जोकि करीब 1.35 अरब है तब ये संख्या काफी छोटी लगती है. शनिवार के दिन भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने सूचना दी कि उन्हें भी कोरोना वायरस ने जकड़ लिया है और अब रविवार के दिन युसूफ पठान ने सूचना दी है कि उन्हें भी कोरोना संक्रमण हो गया है. बीते चौबीस घंटे में ही देश में 62,258 नए कोरोना मामले सामने आए हैं. ये अक्टूबर के बाद अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. बीते चौबीस घंटे में कोरोना वायरस के कारण 291 नागरिकों की जान भी चली गई.