यूपी के अमेठी में गौरीगंज सीट से सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने रविवार को विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को इस्तीफा सौंप दिया. इसके साथ ही उन्होंने अनिश्चितकाल के लिए अनशन पर बैठने का ऐलान किया है. उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा है कि मैं लोगों की समस्याओं को दूर नहीं कर पा रहा हूं, तो मेरा विधायक बने रहने का कोई औचित्य नहीं है. दरअसल, विधायक राकेश प्रताप सिंह दो सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग कर रहे हैं. उन्होंने अपने इस्तीफे में बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत बनी दो सड़कें कादू नाला से थौरी मार्ग और मुसाफिरखाना से पारा मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं.
उन्होंने दावा किया कि वो पिछले तीन साल से इन दोनों सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग का मुद्दा विधानसभा में उठा रहे हैं. इसी साल फरवरी में इन सड़कों के पुनर्निर्माण का काम तीन महीने में पूरा होने का भरोसा दिया गया था. राकेश प्रताप सिंह ने आगे लिखा है कि 2 अक्टूबर को उन्होंने अमेठी के कलेक्टर को ज्ञापन दिया था और बताया था कि अगर 31 अक्टूबर तक सड़क के पुनर्निर्माण का काम शुरू नहीं होता है तो वो इस्तीफा दे देंगे और अनिश्चितकाल के लिए अनशन पर चले जाएंगे.
राकेश सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपते हुए यही लिखा है कि 31 अक्टूबर तक सड़क के पुनर्निर्माण का काम शुरू नहीं हो पाया है, इसलिए वो अपनी तय घोषणा के मुताबिक अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं और अनशन पर जा रहे हैं. राकेश प्रताप सिंह की सपा छोड़ बीजेपी में जाने की अटकलें भी तेज हैं. बताया जा रहा है कि राकेश प्रताप सिंह काफी समय से भाजपा के करीबी बन चुके थे. लेकिन अब चुनाव से पहले उन्होंने सपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने का मन बना लिया है.