संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क एक बार फिर से चर्चा में हैं, वैसे भी जब भी वह कोई बयान देते हैं तो उनका चर्चा में आना लाजिमी हो जाता है. इस बार उनके चर्चा में आने की वजह है, उनका एक फेसबुक पोस्ट (Shafiqur Rahman Barq Facebook Post). ये पोस्ट उन्होंने बाबरी ढांचा के गिरने की तारीख पर किया. जिसमें उन्होंने लिखा, ‘बाबरी हमारे सीनों में महफूज़ है, ना हम भूले हैं और ना हमारी नस्लें भूलेंगी कभी इंशाअल्लाह’, इसके साथ ही उन्होंने हैशटैग #6DecemberBlackDay और #BabriZindahai का उपयोग किया.
वैसे ये पहली बार नहीं है कि उन्होंने अयोध्या को लेकर बयान दिया हो, इससे पहले अगस्त 2020 में उन्होंने कहा था कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद है, थी और रहेगी. बीजेपी ने ताकत के बल पर कोर्ट से फैसला कराया. मुसलमान अल्लाह के भरोसे है, वह पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ के भरोसे नहीं है.
तालिबान की तुलना ब्रिटिश राज से की थी
अगस्त 2021, में शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान को लेकर भी बयान दिया था, तब उन्होंने तालिबान के अफगानिस्तान में शासन की तुलना ब्रिटिश राज से कर डाली थी. तब उन्होंने कहा था, भारत में जब अंग्रेजों का शासन था, उन्हें हटाने के लिए हमने संघर्ष किया, ठीक उसी तरह तालिबान ने भी अपने देश को आजाद किया. तालिबान ने रूस, अमेरिका को अपने देश से निकाल दिया है.
वैक्सीन को लेकर भी दिया था बयान
इस साल की शुरुआत में उन्होंने वैक्सीन को लेकर भी बयान दिया था, तब वह बोले थे वैक्सीन पहली बार आ रही है, अभी किसी ने इसे ना देखा है ना समझा है. उलेमाओं ने पहले ही बयान जारी कर कह दिया था था कि कोरोना वैक्सीन में कुछ गड़बड़ है. इसलिए वैक्सीनेशन के लिए के लिए अभी इंतजार करें शफीकुर्रहमान बर्क समाजवादी पार्टी के वयोवृद्ध राजनेता हैं, वह मुरादाबाद और संभल सीट से कई बार चुने जा चुके हैं. वह विधानसभा चुनाव भी कई बार जीते हैं. 1990 से लेकर 1991 के बीच वह यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे हैं. पिछले दो बार से वह संभल से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंच रहे हैं.