दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बेकाबू हो चुकी है। इससे निपटने को लेकर सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में सर्वदलीय बैठक हुई। इस बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता, आम आदमी पार्टी की तरफ से संजय सिंह, कांग्रेस के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी शामिल हुए।
बैठक के बाद अनिल चौधरी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाया। अनिल चौधरी ने कहा कि केजरीवाल ने कोरोना वरियर्स के परिजनों के लिए एक करोड़ रुपए का मुआवजा प्रदान करने की घोषणा की थी। लेकिन वह मुआवजा अभी तक प्रदान नहीं किया गया है। हमने अनुरोध किया है कि मुआवजा तुरंत प्रदान किया जाए ताकि वे अपना मनोबल न खोंए।
अनिल चौधरी ने यह भी कहा कि सीएम (अरविंद केजरीवाल) भ्रमित कर रहे हैं और वह निजी अस्पतालों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हमने गृहमंत्री को सबूत दिए हैं हैं, उन्होंने स्वास्थ्य सचिव द्वारा जांच के लिए भेजा है। उन्होंने कहा कि 2609 बेड के साथ 3 बड़े अस्पतालों का निर्माण दिसंबर 2019 तक पूरा हो जाना चाहिए थी। दिल्ली सरकार क्या खेल खेल रही है?
कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह ने स्वीकार किया है कि टेस्टिंग का अधिकार सभी को होना चाहिए। सभी देशों में टेस्टिंग और ट्रेसिंग पॉलिसी के माध्यम से ही उपचार संभव है। गृहमंत्री ने आश्वासन दिया है कि एक नई ट्रेसिंग पॉलिसी के तहत सभी को टेस्टिंग का अधिकार होगा।