उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी सियासती दलों में जुबानी जंग तेज हो गयी है। प्रत्याशियों और दलबदल को लेकर सियासी गलियारे में भी काफी हलचल हैं। ऐसे में प्रदेश में चल रही दल-बदल की सियासत के बीच हैदराबाद के सांसद और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि सपा एक वाशिंग मशीन है, जिसमें संघी सेक्युलर बन जाते हैं। मरहूम कल्याण सिंह, हिंदू युवा वाहिनी के सुनील, स्वामी प्रसाद और अब ये। उम्मीद है के मुस्लिम सपा नेता इनकी गुल-पोशी करेंगे और इनके ‘सामाजिक न्याय के लिए अपनी ‘जवानी कुर्बान’ करेंगे। बाकी बी-टीम का ठप्पा तो सिर्फ हम पर लगेगा।
असदुद्दीन ओवैसी का यह बयान उस सन्दर्भ में आया है जिसमें भाजपा में भगदड़ के दौरान 14 विधायक बीजेपी को छोड़ दिये। तीन मंत्रियों के साथ अधिकांश ने सपा का दामन थाम लिया। भाजपा के विधायकों का सपा में शामिल होने पर असदुद्दीन ओवैसी तल्ख हो गये हैं। उन्होंने विचारधार बदलने पर तीखा निशाना साधा है। हाल ही अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इनके अलावा भी कई विधायक और कार्यकर्ता बीजेपी छोड़कर समाजवादी में आये हैं। सपा के दिग्गज नेताओं का मानना है कि अब भी बीजेपी के कई विधायक सपा का दामन थामने वाले हैं। माना जा रहा है कि टिकट की घोषणा के साथ ही दलबदल की सम्भावना बनी रहेगी। जिन विधायकों को टिकट नहीं मिलेगा, वह दूसरे दलों की ओर जायेंगे।
ज्ञात हो कि ओवैसी की पार्टी ने इस बार एक ब्राह्मण नेता को भी टिकट दिया है। इसको लेकर पार्टी चर्चा में है। एआईएमआईएम पार्टी में अकेले ब्राह्मण पंडित मनमोहन झा गाजियाबाद के साहिबाबाद से चुनाव लड़ रहे हैं। गाजियाबाद की साहिबाबाद से मनमोहन मैदान में उतरे हैं। इन्होंने ओवैसी की पार्टी की विचारधार को सही करार दिया है जिसकी वजह से वह पार्टी से जुड़े भी हैं। वर्तमान में कड़ाके की ठंड के बीच उत्तर प्रदेश का सियासी पारा चढ़ा हुआ है।