मध्य प्रदेश के सतना कोठी के सिंहपुर जंगल रेंज में अवैध रेत खनन और उसका परिवहन रोकने गई फॉरेस्ट टीम के ऊपर रेत माफियाओं ने ट्रैक्टर चढ़ा दिया. इस घटना में दो बीट गार्ड घायल हो गए. घायलों को तुरंत कोठी अस्पताल लाया गया,जहां एक बीड गार्ड की हालत नाजुक होने की वजह से डॉक्टर्स ने उसको सतना जिला अस्पताल रेफर कर दिया. वहीं इस घटना में शामिल एक ट्रैक्टर को पकड़ने में फॉरेस्ट टीम कामयाब हो गई, हालांकि उसका चालक मौका पाते ही फरार होने में कामयाब हो गया.
हालांकि फॉरेस्ट टीम ने कोठी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है. पुलिस पूरे मामले की जांच करने के साथ ही रेत माफियाओं की तलाश में जुट गई है. सतना के सिंहपुर वन रेंज के लेड़हरा के जंगल मे रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन चल रहा था. इस घटना की सूचना पर फॉरेस्ट रेंजर 8 सदस्यीय टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे.टीम को देखते ही रेत माफियाओं में हड़कंप मच गया और अपने अपने वाहन लेकर भागने लगे. जिन्हें पकड़ने के लिए फॉरेस्ट बीट गार्ड उनका पीछा कर रेत लोड ट्रैक्टर को रोकने लगे.
अवैध रेत माफियाओं का आतंक
दबंग ट्रैक्टर चालक ने खुद को बचाने के लिए अमदरी बीट गार्ड योगेंद्र शाह और कोठी बीड गार्ड प्रदीप पांडे के ऊपर ट्रैक्टर चढा दिया. इस घटना में दोनों गार्ड घायल हो गए. घटना के बाद मौके पर ऑफरातफरी का माहौल बन गया. जैसे ही फॉरेस्ट रेंजर की टीम घायलों को उठाने में जुटी, मौका पाते ही सभी वाहन और ट्रैक्टर चालक मौके से फरार होने में कामयाब हो गए. हालांकि टीम ने एक ट्रैक्टर को मौके पर ही पकड़ लिया. वहीं फॉरेस्ट्र टीम घायलों को लेकर तुरंत कोठी अस्पताल पहुंची.
अवैध तरीके से कर रहे थे बालू की सप्लाई
जहां पर बीट गार्ड योगेंद्र साह की हालत नाजुक होने की वजह से उनको सतना जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया. इस बीच रेंजर नितीश कुमार ने टीम के साथ कोठी थाने पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज करा दी.मामला संवेदनशील होने की वजह से पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए जिला अस्पताल पहुंचकर घायल गार्ड का बयान दर्ज किया. पुलिस की जांच में पता चला किरेत माफिया और ट्रैक्टर चालक और ट्रैक्टर गोरैया गांव के हैं, जिसके बाद पुलिस की एक टीम ने गुरैया गांव पहुंचकर वहां के कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया.
फॉरेस्ट टीम पर चढ़ाया ट्रैक्टर
रेत माफियाओं की हैरतंगेज घटना से पूरे जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. पूरा घटनाक्रम फॉरेस्ट रेंजर और घायल बीड गार्ड खुद बयान किया है. बता दें कि कोठी का लेड़हारा जंगल में डंप रेत हमेशा से माफियाओं का चारागाह रही है. गाहे-बगाहे रात में रेत माफिया रेत का अवैध खनन कर अवैध तरीके से उसको बाहर भिजवाते हैं. इन्हें जब भी रोकने-टोकने का काम किया जाता है या फिर कोई एक्शन लेने की कोशिश की जाती है तो ये लोग किसी भी बड़ी घटना को अंजाम देने से परहेज नहीं करते हैं.