सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद की पाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा कथित तौर पर स्थगित कर दी गई है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस बाबत जानकारी साझा की है। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने इस संबंध में एक बयान भी जारी किया है। इसमें उन्होंने इस बात की पुष्टि की है कि सऊदी के राजकुमार की पाकिस्तान यात्रा का कार्यक्रम पुनर्निर्धारित किया जा रहा है।
वहां की मीडिया के मुताबिक, सऊदी के क्राउन प्रिंस के दौरे को रद्द करने के पीछे का कोई कारण नहीं बताया गया है। वे 21 नवंबर को पाकिस्तान का दौरा करने वाले थे। मिली जानकारी के मुताबिक, अब क्राउन प्रिंस जी20 समिट में हिस्सा लेने के लिए सीधे इंडोनेशिया जाएंगे।
गौरतलब है कि पाकिस्तान सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअज़ीज़ अल सऊद की यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित था। इसी क्रम में हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने सऊदी क्राउन प्रिंस की पाकिस्तान यात्रा की व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा भी की थी।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय की प्रवक्ता मुमताज ज़हरा बलूच ने इस बीच जानाकारी दी है कि अब नई तारीखों को लेकर दोनों पक्षों के बीच सहमति के बाद यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। बता दें कि अगर, क्राउन प्रिंस की ये यात्रा अगर पूरी हो जाती तो वहां सरकार बदलने के बाद ये उनकी पहली पाकिस्तान यात्रा होती।
गौरतलब है कि सितंबर में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से फोन पर वार्ता की थी। उस समय उन्होंने क्राउन प्रिंस को पाकिस्तान आने का न्योता दिया था। जिसके बाद ये चर्चा शुरू हो गई थी कि प्रिंस सलमान की यात्रा के दौरान सऊदी अरब यहां किसी बड़ी परियोजना शुरू करने का एलान करेगा। चर्चा यह भी है कि इस संभावित परियोजना में चीन, सऊदी अरब और पाकिस्तान तीनों की हिस्सेदारी होगी।
पर्यवेक्षकों के मुताबिक सऊदी अरब ने काफी पहले पाकिस्तान के ग्वादार में दस बिलियन डॉलर के निवेश के ऑयल रिफानरी बनाने की की इच्छा जताई थी। उस सिलसिले में कुछ बातचीत भी हुई थी। लेकिन पूर्व इमरान खान सरकार के कुछ फैसलों से सऊदी अरब नाराज हो गया। इसलिए ये परियोजना आगे नहीं बढ़ी। लेकिन अब उसकी फिर से इसमें दिलचस्पी जगी है।