तमिलनाडु (Tamil Nadu) के 12 मछुआरों (Fishermen) को उनकी दो नौकाओं के साथ श्रीलंकाई नौसेना (Sri Lankan Navy) ने गिरफ्तार कर लिया है. रामेश्वरम मछुआरा संघ के अध्यक्ष एन देवदास ने बताया कि ये सभी मछुआरे शनिवार की रात कच्छदिवु और धनुषकोडी के बीच मछली पकड़ने गए थे.
इसी दौरान श्रीलंकाई नौसेना के गश्ती दल ने उन्हें पकड़ लिया. इससे पहले भी 8 फरवरी को श्रीलंका की नौसेना ने तमिलनाडु के 16 मछुआरों को पकड़ लिया था. क्यू ब्रांच पुलिस के मुताबिक, सोमवार-मंगलवार को मध्यरात्रि दो बजे रामेश्वरम के दो मछुआरों और तीन नावों को श्रीलंकाई नौसेना ने पकड़ लिया.
आपको बता दें कि कई बार इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी है. श्रीलंका की तरफ से इस तरह की कार्रवाई लगातार की जा रही है. तमिलनाडु सरकार ने भी एक बार केंद्र से मछुआरों को छुड़ाने के लिए श्रीलंका से बात करने का आग्रह किया था. श्रीलंका के पास कई भारतीय मछुआरे कैद हैं.
भारतीय विदेश मंत्री ने श्रीलंका के विदेश मंत्री से की मुलाकात
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को नई दिल्ली में श्रीलंका के विदेश मंत्री जी एल पीरिस से मुलाकात की थी और द्वीप राष्ट्र को मजबूत करने के लिए आर्थिक निवेश पहल की संभावनाओं के साथ-साथ मछुआरों के मुद्दे पर चर्चा की थी. जयशंकर ने कहा था कि उन्होंने अपने श्रीलंकाई समकक्ष के साथ बातचीत की, जिसमें श्रीलंका की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदमों पर ध्यान केंद्रित किया गया. दोनों मंत्रियों ने आर्थिक सुधार के लिए अधिक पर्यटन के महत्व को लेकर भी बात की.
मछुआरों के मुद्दे पर दोनों देशों के बीच लगातार हो रही बातचीत
दोनों नेताओं के बीच कोलंबो की ऊर्जा सुरक्षा, द्विपक्षीय व्यापार एवं निवेश मजबूत करने और लगातार जारी मछुआरों के मुद्दे पर सकारात्मक बातचीत हुई. इस बीच मछुआरों के मुद्दे पर भी चर्चा हुई, दोनों देशों के बीच रिश्ते में यह मुद्दा लंबे समय से बना हुआ है. तीन दिनों की यात्रा के लिए पेइरिस पिछले रविवार को नई दिल्ली आए थे. मछुआरों के मुद्दे का उल्लेख करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि इस बात पर सहमति बनी कि द्विपक्षीय तंत्र की जल्द से जल्द बैठक होनी चाहिए. वहीं श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी के विरोध में विभिन्न मछुआरा संघों के नेता लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने मछुआरों की शीघ्र रिहाई की मांग की है.