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शिवसेना के सारे विधायक चाहते हैं तो छोड़ देंगे कांग्रेसी-एनसीपी गठबंधन – संजय राउत

शिवसेना सांसद (Shivsena MP) संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा है कि अगर सारे विधायक चाहते हैं (If All Shivsena MLAs want) तो छोड़ देंगे कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन (Will Leave Congress-NCP Alliance), लेकिन सारे बागी विधायकों को (All Rebel MLAs) मुंबई आकर उनसे और सीएम उद्धव ठाकरे से बात करनी होगी (Will have to Come to Mumbai and Talk to Him and CM Uddhav Thackeray) । उन्होंने कहा कि वे (बागी विधायक) गुवाहाटी से संदेश बंद करें और मुंबई आकर बात करें। शिवसेना से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को 42 विधायकों के साथ एक वीडियो जारी कर उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार पर दबाव और भी बढ़ा दिया है।

संजय राउत ने कहा, “विधायकों को गुवाहाटी से संवाद नहीं करना चाहिए, वे वापस मुंबई आएं और सीएम से इन सब पर चर्चा करें। अगर सभी विधायकों की इच्छा है तो हम एमवीए से बाहर निकलने पर विचार करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें यहां आकर सीएम से चर्चा करनी होगी।” बुधवार को सीएम उद्धव ठाकरे ने भी बागी विधायकों को संदेश दिया था और कहा था कि अगर सभी विधायक चाहते हैं तो वे सीएम की कुर्सी छोड़ने को तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि वे सामने आकर बात करें तो।

इसके पहले, संजय राउत ने कहा कि ईडी के दबाव में पार्टी छोड़ने वाले बाला साहेब के सच्चे भक्त नहीं हैं। उन्होंने कहा, “हम बाला साहेब के सच्चे भक्त हैं। ईडी का दबाव हम पर भी है लेकिन उद्धव ठाकरे के साथ खड़े रहेंगे। जब फ्लोर टेस्ट होगा तो सब लोग देखेंगे कि कौन पॉजिटिव है और कौन नेगेटिव।” राउत ने यह भी कहा कि सीएम उद्धव ठाकरे जल्द ही मुख्यमंत्री आवास वर्षा में लौटेंगे, जिसे उन्होंने बुधवार को खाली कर दिया था। साथ ही राउत ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि इसके पीछे बीजेपी की साजिश है।

दूसरी तरफ, शिंदे लगातार शिवसेना पर दबाव बनाए हुए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को मुंबई से तीन और विधायक गुवाहाटी पहुंच रहे हैं। हालांकि, एकनाथ शिंदे ने अपने अगले कदम के बारे में स्पष्ट नहीं किया है और उनका कहना है कि वे सभी लोगों से बात करने के बाद इस पर कोई फैसला लेंगे। उधर, महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि महाराष्ट्र के नेता देवेंद्र फडणवीस और पार्टी के सभी केंद्रीय नेता इस पर नजर रखे हुए हैं। वह (देवेंद्र फडणवीस) राज्य के हित में निर्णय लेने में सक्षम हैं।