समाजवादी पार्टी के दो बागी शिवपाल सिंह यादव और आजम खान जल्द ही एक मोर्चे पर साथ आ सकते हैं, यह काफी हद तक साफ हो गया है। पिछले दिनों सीतापुर जेल में जाकर मुलाकात करने वाले शिवपाल यादव ने कहा है कि वह आजम खान के साथ थे, हैं और रहेंगे। बुरे वक्त में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की उपेक्षा से आहत आजम खान के दर्द को इन दिनों सहला रहे शिवपाल ने दिग्गज मुस्लिम नेता की सोच को ईमानदार बताया है।
शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को एक वीडियो ट्वीट कर लिखा, ”अच्छी और ईमानदार सोच हमेशा अपने मुकाम पर पहुंचती है। मैं आपके साथ था, हूं और रहूंगा।” इस वीडियो में आजम खान जौहर यूनिवर्सिटी और शिक्षा के लिए किए अपने काम का गुणगान कर रहे हैं। आजम इस पुराने वीडियो में कहते हैं, ”शिक्षा के मैदान में जो मैंने काम किए हैं, वो मैं खुद कहना चाहता हूं कि गुजरे 100 साल में शायद ही गली में रहने वाले किसी शख्स ने किए हों। जो कल भी वहीं रहता था, आज भी वहीं रहता है और आइंदा भी वहीं रहने का इरादा रखता है।”
आजम खान कहते हैं, ”मेरी बच्चियों के लिए स्कूल हो, एक बहुत बड़ा विश्वविद्यालय बनाया है। एक मेडिकल इंस्टीट्यूट ऐसा बनाया है जिस पर पूरा राष्ट्र गर्व करेगा। यह बात मैं बड़े गर्व से कह रहा हूं। यह भी कहना चाहता हूं कि अगले 5 साल में जौहर विश्वविद्यालय एशिया का सबसे विश्वविद्यालय बनेगा। यह केवल एक धर्म, एक जाति वालों के लिए नहीं है। शिक्षा के मंदिर में किसी एक धर्म या जाति की ज्योति नहीं जलाई जा सकती है। मेरे बच्चों और बच्चियों के स्कूल ऐसे हैं, जिनपर मैं सोचता हूं तो अपने रोम-रोम पर फख्र करता हूं।”
शिवपाल यादव ने आजम खान से ऐसे समय पर साथ निभाने का वादा किया है जब सपा के दिग्गज मुस्लिम नेता अखिलेश यादव की अनदेखी से नाराज हैं। आजम के परिवार का मानना है कि अखिलेश यादव ने आजम की रिहाई के लिए कोई प्रयास नहीं किया और बुरे वक्त में उन्हें भुला दिया गया। वहीं, शिवपाल यादव भी भतीजे अखिलेश से नाराजगी जाहिर करते हुए बगावत का ऐलान कर चुके हैं।