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शाहजहांपुर बॉर्डर पर रातों रात किसानों ने बनाया किसान शहीद स्मारक

कृषि कानूनों के खिलाफ बदस्तूर किसान आंदोलन जारी है. 129 दिनों से किसान दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. इस आंदोलन में अब तक 300 से अधिक किसान जान गंवा चुके हैं. लिहाजा मृतक किसानों की याद में किसानों ने अलवर के शाजहांपुर बॉर्डर पर देश भर से कलश में लाई गई मिट्टी से शहीद स्मारक (Farmers Memorial) बनाया दिया है.

इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा के योगेंद्र यादव और सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटेकर सहित कई बड़े सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहे. योगेंद्र यादव ने कहा कि किसान आंदोलन में अनेक किसानों ने अपनी जान गवाई हैं. कोई भी आंदोलन तभी जिंदा रहता है जब उसमें शहीद हुए लोगों को याद रखा जाए। ऐसे में प्रत्येक बॉर्डर पर इन किसानों की याद में स्मारक (Farmers Memorial) बनाए जा रहे हैं.

इसके चलते ही देश भर के अलग अलग कोने से मिट्टी मंगाई गई है. इसमें दक्षिण से लेकर पश्चिम तक सभी राज्यों की मिट्टी शामिल है. गुजरात से आए प्रख्यात डिजाइनर की ओर से यह स्मारक डिजाइन किया गया है. जब भी लोग हाईवे से गुजरेंगे, किसानों की शहादत को याद करेंगे. उन्होंने कहा कि आंदोलन को सभी वर्गों से समर्थन मिल रहा है. मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा.

आपको बता दें कि रात किसानों ने शाहजहांपुर बॉर्डर पर हाईवे के बीचों बीच डिवाइडर पर शहीद स्मारक बना दिया. स्मारक बनाने के बाद किसान नेताओं ने कहा कि किसान आंदोलन पर सरकार से पूछ कर नहीं बैठे थे. हमने शहीद स्मारक बना दिया है. सरकार की हिम्मत हो तो शहीद स्मारक को हटा देगी.