आज के समय में इंसानों की औसत उम्र काफी घट गई है. एक समय था जब अधिकतर लोग 100-100 साल से भी अधिक जीते थे, लेकिन आज इंसान की औसत उम्र घटकर 60-65 साल हो गई है. हालांकि इंसानों की उम्र (Human Age) बढ़ाने को लेकर लगातार वैज्ञानिकों के प्रयोग चल रहे हैं. इस बीच एक वैज्ञानिक ने बेहद ही हैरान करने वाला दावा किया है.
वैज्ञानिक का दावा है कि अगली सदी से यानी वर्ष 2100 से इंसान 180 साल की उम्र तक जी सकते हैं. वैज्ञानिकों का यह भी कहना है कि सदी के अंत तक लोग 130 साल की उम्र तक जीवित (Human Lifespans) रह सकते हैं. आज के समय में चूंकि इंसान मुश्किल से ही 70-80 साल तक जी पाते हैं, ऐसे में उनकी कई इच्छाएं मन के अंदर ही दबी रह जाती हैं, लेकिन अगर इंसान 180 साल की उम्र तक जिएगा, तो जाहिर है उसकी अधूरी इच्छाएं भी पूरी हो सकेंगी.
कनाडा में HEC Montreal के प्रोफेसर लियो बेल्जिल ने दावा किया है कि सबसे बुजुर्ग व्यक्ति के जीवित रहने के रिकॉर्ड को वर्ष 2100 तक तोड़ा जा सकता है. फिलहाल सबसे अधिक उम्र तक जीने का रिकॉर्ड एक फ्रांसीसी महिला जीन कैलमेंट के नाम है, जिनकी 1997 में 122 साल की उम्र में मौत हो गई थी.
लियो बेल्जिल ने यह भी कहा है कि कुछ डेटा से पता चलता है कि मानव जीवन की कोई ऊपरी सीमा नहीं है. हालांकि उन्होंने यह भी चेतावनी दी है कि अगर इंसान की उम्र बढ़ेगी तो मेडिकल सर्विसेज की भी ज्यादा से ज्यादा जरूरत पड़ेगी और ऐसे में जाहिर सी बात है कि खर्च में भी इजाफा होगा.
लियो बेल्जिल ने इंसानों की उम्र बढ़ने के विपरीत प्रभावों को लेकर कहा कि अधिक उम्र होने की वजह से बुजुर्गों को तरह-तरह के ट्रीटमेंट से गुजरना पड़ेगा. उन्हें पेंशन और सरकारी स्कीम पर भी निर्भर रहना पड़ेगा, क्योंकि जाहिर सी बात है कि अधिक उम्र होने पर इंसान कोई भी काम नहीं कर पाएगा, ताकि उसकी रोजी-रोटी चल सके.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर इंसान अधिक दिन तक जीता है तो शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देंगे और ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए घुटने, कूल्हे, कॉर्निया और हृदय वॉल्व्स को बदलने की जरूरत पड़ेगी. ऐसे में मेडिकल बिल भी बढ़ेगा.