पूरे देश में महिलाएं कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं. इसके कारण आए दिन कोई ना कोई महिला प्रताड़ना का केस सामने आता ही रहता है, अब एक केस राजस्थान से आया है, जहां पर पीड़ित महिला से उसकी इज्जत की मांग की गयी है. ये काम किसी आम आदमी नहीं बल्कि पूर्व आरपीएस (Rajasthan Police Service) अधिकारी कैलाश बोहरा द्वारा किया गया है. मामले के संज्ञान में आते ही राजस्थान सरकार ने आरोपी को शुक्रवार को सस्पेंड (Kailash Bohra Suspends) कर दिया है. प्राप्त सूत्रों के अनुसार आरोपी को बर्खास्त करने का आदेश राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद राजस्थान सरकार दिया है.
पुलिस अधिकारी हुआ अरेस्ट
बता दें कि जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की महिला एट्रोसिटी रिसर्च यूनिट में तैनात डीएसपी कैलाश बोहरा को महिला से घूस में महिला की इज्जत मांगने के आरोप में एंटी करप्शन ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) ने गिरफ्तार कर लिया था. पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा था कि उसके साथ हुए रेप के उसने तीन मामले दर्ज करवाए थे, इस केस की जांच कैलाश बोहरा कर रहे थे. जांच के दौरान कैलाश बोहरा ने महिला के हित में कार्रवाई करने के लिए पैसे मांगे और इसी के साथ उससे घूस में इज्जत(Police Officer Demand Sexual Favours from Rape Victim) मांगी.
विधान सभा में भी उठा ये केस
इस मामले ने तब तूल पकड़ लिया जब ये मामला राजस्थान की विधान सभा में भी उठाया गया, जहां पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने इस मामले को रेयर आफ द रेयरेस्ट कहा. मामले के बारे में सारी बात जानने के बाद ही राज्य के प्रमुख गृह सचिव अभय कुमार को एक आदेश जारी किया गया था.
केस को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक सुधार विभाग की उच्च स्तरीय स्थाई कमिटी ने सिफारिश की , जिसके बाद राजस्थान पुलिस सेवा (आरपीएस) के अधिकारी बोहरा को राजस्थान सिविल सेवा (पेंशन) नियम 1996 के अनंतर्गत सेवा से पूरी तरह से रिटायरमेंट दे दिया गया है. उस समय सरकार ने कहा था कि जो नियम तय किये गये है, उसके अनुसार बोहरा का सस्पेंशन किया जाएगा.