रामविलास पासवान की पार्टी में चाचा और भतीजे के बीच छिड़ा राजनीतिक युद्ध और गहरा गया है. ताजा खबर यह है कि चिराग पासवान ने आज लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला को चिट्ठी भेजकर पशुपति कुमार पारस को सदन का नेता चुने जाने का विरोध किया है. चिट्ठी में चिराग ने लोकसभा स्पीकर से मांग की है कि पारस को लोकसभा का नेता चुने जाने के फैसले की समीक्षा की जाए. साथ ही चिराग पासवान को सदन का नेता चुना जाए. इधर, लोजपा में छिड़ी जंग के बीच पशुपति कुमार पारस के आज पटना पहुंचने की खबर के साथ ही बिहार में सियासी हलचल बढ़ गई है.
लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को लिखे अपने पत्र में चिराग पासवान ने लोजपा के पार्टी संविधान का हवाला दिया है. चिराग ने इस पत्र में कहा कि पशुपति पारस को संसदीय दल का नेता घोषित करना पार्टी के संविधान के खिलाफ है. इसलिए इस फैसले की समीक्षा की जाए. चिराग ने स्पीकर से मांग की है कि उन्हें लोकसभा में संसदीय दल का नेता बनाया जाए. इस बीच, दिल्ली में चिराग पासवान के आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दिल्ली पुलिस और एसएसबी के जवानों को लोजपा नेता के घर के बाहर तैनात कर दिया गया है. चिराग पासवान के घर के बाहर पुलिस की तैनाती बढ़ाने के साथ ही दिल्ली पुलिस की तरफ से यह भी कहा गया है कि लोजपा नेता के आवास के बाहर आज कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं होगी.
चिराग की स्पीकर को लिखी चिट्ठी.