पंजाब (Punjab) की लुधियाना जिला अदालत परिसर (Ludhiana District Court Complex) में पिछले साल दिसंबर में हुए बम धमाके (bomb blast) के मुख्य आरोपी को एसटीएफ (STF) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ की एक विशेष टीम ने शनिवार रात को NIA के साथ मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। फिलहाल अभी तक आरोपी की पहचान नहीं बताई गई है और पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि इस गिरफ्तारी के बाद आरोपी का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से भी संबंध सामने आया है।
दरअसल, डीजीपी पंजाब पुलिस ने अपने एक ट्वीट में बताया कि लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट केस के मुख्य आरोपी को सीमा रेंज की एसटीएफ टीम ने गिरफ्तार किया है। विस्फोट में आईईडी का इस्तेमाल किया गया, जिसकी तस्करी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई समर्थित ड्रोन के जरिए की गई थी। इस ऑपरेशन का समन्वय केंद्रीय एजेंसी के साथ किया गया है। इसके साथ ही मुख्य आरोपी की एक तस्वीर भी जारी की गई लेकिन उसकी पहचान नहीं जाहिर की गई है।
वहीं पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि पिछले साल लुधियाना जिला अदालत परिसर में हुए विस्फोट के सिलसिले में एक नाबालिग समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह बात भी सामने आई कि जिस नाबालिग को गिरफ्तार किया गया आरोपियों को सारा टेक्निकल सपोर्ट उसी की तरफ से दिया जा रहा था। शुक्रवार को जिन पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था उसमें सुरमुख सिंह, हरप्रीत सिंह, दिलबाग सिंह और सविंदर सिंह शामिल है।
पुलिस के मुताबिक हमले से ठीक दो दिन पहले दिलबाग सिंह ने IED अपने पास रखा था। उसके बाद उस IED को सुरमुख सिंह को दिया गया था जिसने बाद में गगनदीप सिंह को वो जिम्मेदारी सौंप दी। लेकिन हमले के दौरान IED फटने की वजह से गगनदीप की मौत हो गई। गगनदीप को लेकर बताया गया कि वो पंजाब पुलिस का ही एक बर्खास्त अधिकारी था।
बता दें कि लुधियाना जिला अदालत में 23 दिसंबर 2021 को हुए विस्फोट मामले में पूर्व पुलिस हेड कांस्टेबल गगनदीप सिंह की शौचालय में बम लगाते समय मौत हो गई थी, जबकि छह अन्य घायल हो गए थे। जिला अदालत में हुए इस ब्लास्ट में आरोपियों ने आईईडी का उपयोग किया था। फिलहाल जिन आतंकियों के जरिए इस हमले को अंजाम दिया गया अब उन्हें जांच एजेंसी ने गिरफ्तार कर लिया है।