देश में भले की कोरोना(Covid19) का पहले की अपेक्षा कहर कम हो गया हो लेकिन दूसरी लहर अभी तक खत्म नहीं हुई है कि लोग तीसरी लहर को दावत देने लगे है। बाजारों,पर्यटन स्थलों और अन्य सार्वजनिक जगहों पर लोगों की भारी भीड़ दिख रही है। ऐसी भयावह तस्वीरें देश के कई जगहों से सामने आ रही है। जिसे देखकर सरकार की भी चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य विभाग(Health department) का कहना है कि देश के 66 जिलों में अभी भी कोरोना संक्रमण की दर 10 फीसदी है। वहां अभी भी कोरोना का खतरा बना हुआ है।
लोगों की दिखी लापरवाही
अभी हालही में मसूरी, शिमला जैसे हिल स्टेशनों से ऐसी ही डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही है। जहां लोगों की भारी भीड़ दिख रही है। सैलानी बिना मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए दिखे। ऐसी लापरवाही से कोरोना का खतरा और बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। अगर स्थिति ऐसी ही रही तो कोरोना की तीसरी लहर आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। ऐसी स्थिति को देखकर पीएम मोदी भी चिंता जता चुके हैं।
दो राज्यों में सबसे ज्यादा मामलें
देश के अधिकतर राज्यों में कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम हो गया है। हालात पहले से बेहतर दिख रहे है। लेकिन देश में अभी भी कुछ राज्य ऐसे हैं जहां कोरोना का खतरा अभी भी ज्यो के त्यों बना हुआ है। वहीं महाराष्ट्र और केरल में अभी भी कोरोना के ज्यादा केस सामने आ रहे है। बता दें कि देश में मिल रहे कुल कोरोना मरीजों में से 53 फीसदी केस इन दो राज्यों से ही आ रहे है। स्वास्थ्य सचिव लव अग्रवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पिछले हफ्ते महाराष्ट्र में कुल मामलों के 21 फीसदी और केरल में 32 फीसदी मामले मिले हैं।
पीएम मोदी ने जताई चिंता
वहीं लव अग्रवाल(Lav Agarwal) ने केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में पीएम मोदी की कही बातों को भी दोहराते हुए लोगों से गुजारिश की कि वह लापरवाही न करें। बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी(modi) ने भी मंत्रिपरिषद की बैठक में इस बात पर चिंता जताई थी कि लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रख रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में लापरवाही की कोई जगह नहीं है। एक भी गलती भारी पड़ सकती है। हमारा उद्देश्य डर पैदा करना नहीं हो लेकिन लापरवाही भी न हो।
स्वास्थ्य सचिव ने किया अगाह
वहीं लव अग्रवाल ने कई दूसरे देशों का उदाहरण देकर यह समझाया कि किस तरह तनिक सी लापरवाही बहुत महंगी पड़ सकती है। रूस और ब्रिटेन जैसे देश अपनी करीब 2 तिहाई आबादी को वैक्सीनेट कर चुके हैं, फिर भी वहां कोरोना की नई लहर देखने को मिल रही है। अग्रवाल ने कहा कि अगर हम लापरवाही करेंगे तो दूसरे देशों की तरह यहां भी नई लहर आ सकती है।
रुस में कोरोना की तीसरी लहर
बता दें कि भारत के अलावा अन्य देशों में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर से इजाफा होने लगा है। रूस, ब्रिटेन और बांग्लादेश जैसे देशों में एक बार फिर कोरोना ने अपना कहर बरपाना शुरु कर दिया है। वहीं रुस में तो कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है।
केरल में आया जीका वायरस
केरल में भी कोरोना महामारी के बाद अब जीका नाम का वायरस अपना कहर बरपा रहा है। राज्य में अब तक जीका वायरस के 14 मामले सामने आ चुके हैं। बता दें कि मच्छर के काटने से यह वायरस फैलता है और इसके संक्रमण के लक्षण भी डेंगू की तरह ही हैं। वहीं सरकार इसको लेकर अलर्ट हो गई है।
37 करोड़ लोगों को लगी वैक्सीन
वहीं दूसरी तरफ कोरोना महामारी के बीच राहत की बात ये है कि देश में कोरोना वैक्सीन की 37 करोड़ डोज लग चुकी हैं। सरकार की कोशिश है कि तेजी से टीकाकरण कर कोरोना की तीसरी या आगे आने वाली लहरों को रोका जा सके।