उत्तर प्रदेश के महराजगंज (Maharajganj) जिले के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र बयालिसगांवा के बुधिरामपुर गांव में युवती से बात करने पर युवक की इस कदर बेरहमी से पिटाई कर दी गई कि पीड़ित को मेडिकल कालेज में भर्ती कराना पड़ा है. हाथ-पैर के अलावा शरीर की कई हड्डियां तक टूट गई है. मामले की जानकारी पर पुलिस जैसे ही गांव में पहुंची वैसे ही पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया गया. एक पुलिसकर्मी ने खेत के रास्ते भागकर जान बचाई तो दूसरा पुलिसकर्मी पोखर में कूद गया. इसके बाद भारी संख्या में फोर्स लेकर सीओ सदर गांव में पहुंचे. उन्हें भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा, लेकिन सतर्क पुलिसकर्मियों ने स्थिति को अपने नियंत्रण में ले लिया.
यह घटना रविवार शाम की बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक गांव का हरेन्द्र यादव नाम का एक युवक रविवार शाम गांव के बाहर नहर पटरी पर टहलने के लिए जा रहा था. रास्ते में एक घर के सामने रूक कर वह परिचित लड़की से बात करने लगा. यह बात लोगों को इस कदर नागवार लगा कि लोगों ने युवक को पकड़ लिया. आरोप है कि युवक को पकड़ कर दूसरे घर में ले जाकर बेरहमी से पीटा गया. वहीं दूसरे पक्ष के मुताबिक युवक आशनाई के चक्कर में घर में घुसा था और उसी समय परिजनों ने उसे पकड़ लिया.
श्यामदेउरवा पुलिस को तहरीर देकर पिटाई से गंभीर रूप से घायल युवक हरेन्द्र ने बताया कि गांव की प्रधान का पति अली मोहम्मद हिस्ट्रीशीटर अपराधी है. रंजिश को लेकर वह अपने गुर्गों के साथ उसे पकड़ ले गया और बेरहमी से पिटाई की. युवक को पीटने की खबर जब उसके परिजनों को हुई तो उन्होंने फौरन डायल-112 को फोन किया. इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची. बताया जा रहा है कि युवक को छुड़ाने के लिए पुलिसकर्मी जब मौके की तरफ गए तो लोगों ने उन्हें दौड़ा लिया. भाग कर दोनों पुलिसकर्मियों ने अपनी जान बचाई. एक पुलिसकर्मी पोखर में कूद गया.
इसके बाद फोर्स लेकर जब सीओ मौके पर पहुंचे तब मामला नियंत्रण में आया. शांति व्यवस्था के मद्देनजर गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस अफसर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं. इस मामले में श्यामदेउरवा पुलिस ने घायल युवक हरेन्द्र यादव की तहरीर पर बुधिरामपुर गांव के प्रधान के पति अली मोहम्मद समेत 32 के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. इसमें से सात नामजद और 25 अज्ञात हैं. श्यामदेउरवा थाना के प्रभारी निरीक्षक सुनील राय ने बताया कि स्थिति कंट्रोल में है. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियात के तौर पर गांव में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.