पिछले दिनों दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में हुए शूटआउट (Rohini Court Shootout) को लेकर द्रोजना नये खुलासे हो रहे हैं। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी (Jitendra Gogi) को 18 गोलियां लगी थीं। दोनों हमलावरों पर पुलिसकर्मियों ने लगभग 23 गोलियां चलाई थीं। वहीं बुधवार शाम क्राइम ब्रांच की एक टीम मंडोली जेल पहुंची, जहां उन्होंने घटना के कथित मास्टरमाइंड सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया (Tillu Tajpuria) से लगभग दो घंटे तक पूछताछ जारी रखी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के हवाले से एक अख़बार ने लिखा,’ टिल्लू ने अपनी संलिप्तता से मना कर दिया है और दावा किया है कि जब वह अपने सहयोगियों के संपर्क में था, तो उसे किसी हत्या की साजिश के बारे में कुछ पता नहीं था। आने वाले दिनों में हम आगे की पूछताछ के लिए उसे पुलिस हिरासत में लेने के लिए अदालत के समक्ष एक आवेदन दायर कर सकते हैं।’
इन तीन डॉक्टरों ने किया पोस्टमॉर्टम
बीते शुक्रवार को रोहिणी कोर्ट में दो हमलावर (राहुल त्यागी और जगदीप जग्गा) वकील बनकर कोर्ट रूम में पहुंचे और गोगी पर कई गोलियां चलाईं। पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दोनों की वहीं मौके पर ही मौत हो गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार पोस्टमॉर्टम मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में तीन डॉक्टरों के एक मेडिकल बोर्ड द्वारा किया गया था, जिसने पाया है कि गोगी के शरीर में 18 गोलियां लगी थीं, जबकि राहुल के 19 और जगदीप के तीन गोलियों के जख्म हैं।’
इनकी गिरफ्तारी के बाद खुले राज
इस केस में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शनिवार को दो लोगों उमंग यादव और विनय मोटा को अरेस्ट किया था। इस दौरान एक कार भी मिली थी जिसका प्रयोग हमलावरों को अदलात तक छोड़ने के लिए किया था। पुलिस ने उमंग के पास से अवैध हथियार बरामद करने के बाद उसके खिलाफ स्पेशल सेल थाने में आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। अधिकारी के मुताबिक, ‘उमंग ने पुलिस को बताया कि टिल्लू ने उसे गोगी को खत्म करने के लिए हथियार दिलवाये थे।’
एक अधिकारी मुताबिक अरेस्ट किए गए दो लोगों से पूछताछ के बाद पुलिस को मालूम चला है कि राहुल, जगदीप, उमंग, विनय और एक अन्य सहयोगी के वकील की ड्रेस में कोर्ट रूम में प्रवेश के बाद गोगी की हत्या को अंजाम देने के बाद जज के सामने आत्मसमर्पण करने की स्कीम थी, मगर उनकी योजना बदल गई, क्योंकि उमंग और उसके साथी ने सही ड्रेस नहीं पहनी थी। उन्होंने राहुल और जगदीप को कोर्ट रूम में भेज दिया और खुद कार के भीतर ही रहे। इस बीच सीसीटीवी फुटेज में उनके सहयोगियों को काले कपड़े पहने और कोर्ट के चारों ओर घूमते हुए देखा गया है।’
अधिकारी के अनुसार दोनों हमलावर अदालत कक्ष के भीतर मौजूद थे और उन्होंने .38 बोर और .30 बोर की पिस्तौल का कॉर्क चढ़ाकर फायरिंग के लिए पहले से ही तैयार कर रखा था। जब गोगी सुनवाई के लिए कोर्ट रूम में प्रवेश किया तो हमलावरों ने दो अलग-अलग दिशाओं से गोलियां चलाईं। स्पेशल सेल, दिल्ली सशस्त्र पुलिस और रोहिणी जिले के पुलिसकर्मियों ने जवाब में गोलियां चलाई। उन्होंने आगे बताया, स्पेशल सेल की दोनों टीमों ने कुल मिलाकर आठ गोलियां चलाई, तीसरी बटालियन के कमांडो ने 13 और रोहिणी जिले के स्पेशल स्टाफ ने दो राउंड फायर किए थे।