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रूस का बड़ा ऐलान- हम भारत को किसी भी सामान की सप्‍लाई करने को तैयार, सुरक्षा चुनौतियों में समर्थन करते रहेंगे

विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रूस के दौरे पर आए विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शुक्रवार को यहां द्विपक्षीय वार्ता की। 24 फरवरी को युद्ध शुरू होने के बाद से रूस के किसी शीर्ष अधिकारी की भारत की यह पहली यात्रा है।

भारत में पत्रकारों से बात करते हुए लावरोव ने कहा कि हम भारत को किसी भी सामान की आपूर्ति करने के लिए तैयार रहेंगे जो वह हमसे खरीदना चाहता है। हम किसी भी वक्‍त भारत से चर्चा के लिए तैयार हैं। रूस और भारत के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं। लावरोव ने कहा कि भारत और रूस के बीच बातचीत उन संबंधों की विशेषता है जो हमने कई दशकों तक भारत के साथ विकसित किए हैं। भारत और रूस के बीच रणनीतिक साझेदारी हैं। इसी के आधार पर हम सभी क्षेत्रों में अपने सहयोग को बढ़ावा दे रहे हैं।

रूसी विदेश मंत्री ने साफ किया है कि वह किसी भी सुरक्षा चुनौतियों के मामले में भारत का समर्थन करते रहेंगे। उन्‍होंने कहा कि मेरा मानना है कि भारतीय विदेश नीतियों की विशेषता स्वतंत्रता और वास्तविक राष्ट्रीय वैध हितों पर ध्यान केंद्रित करना है। लावरोव ने कहा, हम कई तरह के प्रतिबंधों का सामना काफी समय से कर रहे हैं। जहां तक भारत का सवाल है तो भारत और रूस के बीच रूबल-रुपए के ज़रिए कारोबार काफ़ी बढ़ चुका है। हम भारत को उन सभी सामानों की आपूर्ति के लिए तैयार हैं जो भारत को चाहिए।

यूरोप को गैस सप्लाई करने के मुद्दे पर रूसी विदेश मंत्री ने कहा, हम यूरोप को उनकी करेंसी में गैस देते थे और वो उसे ज़ब्त कर लेते हैं। इसलिए रूबल पेमेंट के ज़रिए ही हमने गैस आपूर्ति का फॉर्मूला निकाला। रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता करने में भारत की किसी भूमिका पर बोलते हुए रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने कहा, मैंने ऐसा कुछ नहीं सुना है।

लावरोव ने रूस-यूक्रेन मामले पर भारत के रुख की तारीफ की
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जिस परिस्थिति में जंग के हालात बने हैं उसके बीच भारत का रुख काफी बेहतर रहा है। उन्‍होंने कहा कि भारत ने अपने राष्ट्रीय हित में निष्पक्षता की नीति अपनाई और किसी भी तरह से अमेरिकी दबाब में नहीं आया। उन्‍होंने कहा कि मैं भारत इसलिए आया हूं क्‍योंकि हम दोस्त हैं और दोस्त एक- दूसरे के यहां आते जाते हैं।