हाथरस की 19 वर्षीय बेटी को इंसाफ दिलाने की जंग अभी जारी है। पूरे देश में उबाल है। हर कोई आक्रोशित है। इंसाफ की इस लड़ाई में अब मुलाकातों का सिलसिला शुरू हो चुका है। परसों राहुल गांधी और प्रियंका गांधी हाथरस गए थे, फिर जमकर सियासी ड्रामा हुआ। इसके बाद फिर कल टीएमस के सांसदों ने हाथरस का रूख किया, और फिर अब इसके बाद आज फिर से राहुल गांधी व प्रियंका हाथरस पीड़िता के परिजनों से मुखातिब होने के लिए रवाना हो चुके हैं। इस बार उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर किसी में हिम्मत हैं तो मुझे रोक कर दिखाए। इससे पहले उन्होंने गांधी जयंती के मौके पर भी ट्वीट कर कहा था कि वो दुनिया में किसी से भी डरने वाले नहीं है। अपने इस तरह के tweet से उन्होंने अपने तेवर के बारे में साफ परिचय दे दिया। अब ऐसी स्थिति में पूरे देश में पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए आक्रोश अपने शबाब पर है तो राहुल व प्रियंका एक बार फिर से हाथरस के लिए रवाना हो चुके हैं।
उधर, स्मृति ईरानी राहुल गांधी के हाथरस जाने पर भड़क गईं हैं। उन्होंने कह दिया कि उनका (राहुल गांधी) पीड़िता को इंसाफ दिलाने से कोर्ई लेना देना नहीं है, यह महज अपनी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता अब समझती है। स्मृति ईरानी ने इस मामले की एसआईटी की जांच को लेकर कहा कि मेरा मानना है कि SIT की रिपोर्ट आने के बाद आधिकारिक स्तर पर योगी जी उन सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जिन लोगों ने हस्तक्षेप किया या जिनकी वजह से पीड़िता को संपूर्ण न्याय न मिले इस प्रकार की साजिश रची गई।’गौरतलब है कि इससे पहले भी राहुल गांधी ने हाथरस जाने की कोशिश की थी। लेकिन उनकी यह कोशिश नाकाम साबित हुई। उनकी गाड़ी को एक्सप्रेस वे पर रोक लिया गया था। उन्हें गोतमबुद्ध नगर से गुजरने की अनुमति नहीं दी गई। इस दौरान वे पुलिस के धक्कामुक्की के दौरान गिर भी पड़े थे।