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राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, सीधे वकील से सुप्रीम कोर्ट के जज बनाए गए पीएस नरसिम्हा

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में दो साल बाद नए जजों की नियुक्ति हो रही है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में 9 जजों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Collegium) ने जजों की नियुक्ति के लिए 9 नाम केंद्र सरकार को भेजे थे, जिन्हें केंद्र ने मंजूर कर लिया था. अब राष्ट्रपति की भी मुहर लग गई है. सभी नए जजों को 31 अगस्त को शपथ दिलाई जाएगी.

इन 9 जजों में एक नाम है पीएस नरसिम्हा (PS Narsimha) का, जो सीधे बार (BAR) से सुप्रीम कोर्ट के जज बन रहे हैं. उनके चीफ जस्टिस (CJI) बनने की भी पूरी-पूरी संभावना है. ऐसा होता है तो पीएस नरसिम्हा तीसरे ऐसे शख्स होंगे जो बार से सुप्रीम कोर्ट के जज बने और फिर चीफ जस्टिस बने. उनसे पहले जस्टिस एसएम सीकरी पहले वकील थे जो जनवरी 1971 में सुप्रीम कोर्ट के 13वें चीफ जस्टिस बने. वो मार्च 1964 में सीधे सुप्रीम कोर्ट की बेंच में पदोन्नत होने वाले पहले वकील थे. फिर जस्टिस यूयू ललित अगले साल मौजूदा चीफ जस्टिस एनवी रमना के रिटायर होने के बाद भारत के चीफ जस्टिस बनेंगे. जस्टिस यूयू ललित भी सीधे वकील से सुप्रीम कोर्ट के जज बनाए गए थे.

2027 में चीफ जस्टिस बन सकते हैं पीएस नरसिम्हा

जिस दिन कोई जज सुप्रीम कोर्ट में शपथ लेते हैं, उसी दिन तय हो जाता है कि वो चीफ जस्टिस बनेंगे या नहीं. 31 अगस्त को जो 9 जज शपथ लेंगे, उनमें से 3 जज आने वाले समय भारत के चीफ जस्टिस बनेंगे. बाकी 6 जज 2027 से पहले रिटायर हो जाएंगे. अभी चीफ जस्टिस के पद पर आने वाले जजों में 2027 तक का तो शेड्यूल तय है. नवंबर 2025 से फरवरी 2027 तक जस्टिस सूर्यकांत देश के चीफ जस्टिस रहेंगे. उनके रिटायरमेंट के बाद इन 9 जजों का नंबर आएगा. क्योंकि इन 9 में से 6 जज तो 2027 से पहले ही रिटायर हो जाएंगे, इसलिए वरिष्ठता के आधार पर सिर्फ तीन जजों को ही चीफ जस्टिस बनने का मौका मिलेगा. जस्टिस सूर्यकांत के बाद जस्टिस विक्रम नाथ 9 फरवरी से चार महीनों के लिए चीफ जस्टिस बनेंगे. फिर 36 दिनों के लिए जस्टिस नागरत्ना देश की पहली महिला चीफ चीफ जस्टिस बनेंगी. उनके बाद जस्टिस पीएस नरसिम्हा चीफ जस्टिस बनेंगे.