प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के ड्रीम प्रोजेक्ट की लिस्ट में शुमार काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor Project) का काम इसी साल 15 नवंबर तक पूरा हो जाएगा. बताया जा रहा है कि 2022 के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस कॉरिडोर का उद्घाटन करके इसे जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा.
भगवान राम देश के करोड़ों हिंदुओं की आस्था के प्रतीक हैं. कई सदियों बाद ऐसा मौका आया है जब अयोध्या (Ayodhya) में रामलला का भव्य मंदिर बन रहा है. हालांकि राम मंदिर के निर्माण कार्य का लक्ष्य 2023 में पूरा होगा. वहीं बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर 2021 नवंबर में ही पूरा हो जाएगा. इस भव्य कॉरिडोर में प्रमुख मार्गों के अलावा गंगा व्यू कैफे (Ganga View Caffe) बनाने की योजना प्रस्तावित है. यहां आने वाले श्रद्धालु दिव्य और सात्विक भोजन का प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे.
बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर यानी विश्वनाथ धाम परियोजना से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक इसका 60% से अधिक काम पूरा हो चुका है. इस प्रोजेक्ट में जितने भी भवन बनने थे बन चुके हैं. वहां अब डेकोरेशन यानी सजावट और सुंदरीकरण का काम हो रहा है. परियोजना के मुख्य आकर्षण मंदिर परिसर और चौक एरिया है. चौक में ही बड़े-बड़े इंपोरियम बनाए गए हैं जहां पर प्रदर्शनी और अन्य आयोजन हुआ करेंगे.
बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर 50260 वर्ग मीटर एरिया क्षेत्र में फैला है. इसमें मुख्य रूप से 24 भवन बन रहे हैं. प्रोजेक्ट की लागत की बात करें तो ये 339 करोड़ की परियोजना है. जिसका अधिकांश सिविल वर्क पूरा हो चुका है. जिसके चलते उम्मीद है कि 15 नवंबर तक कॉरिडोर का कार्य पूर्ण हो जाएगा.
इसी तरह यहां नियुक्त कंसल्टेंट को नए आइडिया और भविष्य की दिक्कतों की पहचान करने के लिए कहा जाएगा ताकि तीर्थयात्रियों अनुभव को बेहतर बनाया जा सके. इस परिसर में जो निर्माण हो रहे हैं उनमें गंगा-व्यू कैफे, 3 मंजिला एम्पोरियम, फूड कोर्ट, दुकानें जिनमें से 1 आध्यात्मिक किताबों की दुकान होगी. वहीं एक वीआईपी गेस्ट हाउस, एक वैदिक केंद्र, एक टूरिस्ट सुविधा केंद्र, 3 यात्री सुविधा केंद्र, और दो म्यूजियम जिनमें सिटी संग्रहालय और वाराणसी गैलरी का निर्माण भी शामिल है.