जनवरी 2024 में अयोध्या में होने वाले राम मंदिर (Ram Mandir-Ayodhya) के उद्घाटन समारोह (opening ceremony) के लिए नेपाल विशेष स्मृति चिन्ह भेजेगा. रिपोर्ट्स में कहा गया है कि जनकपुरधाम-अयोध्याधाम यात्रा 18 जनवरी को शुरू होगी और 20 जनवरी को अयोध्या में समाप्त होगी. स्मृति चिन्ह उसी दिन राम मंदिर ट्रस्ट को सौंप दिए जाएंगे और स्थापना समारोह 22 जनवरी को होगा.
अयोध्या स्थित राम जन्मभूमि में श्रीराम मंदिर के उद्घाटन के लिए सभी तैयारियों जोरशोर से चल रही हैं। 24 जनवरी 2024 को राम मंदिर का भव्य उद्घाटन होने जा रहा है। इसके लिए कई देशों से विशेष चीजें आई हैं। नेपाल की विशेष नदियों से पत्थर आए। वहीं इसी क्रम में थाईलैंड भी दो नदियों का जल भेज चुका है। लेकिन इस बार राम मंदिर के उद्घाटन से पहले एक विशेष मिट्टी उपहार के रूप में थाईलैंड भेज रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राम मंदिर के लिए थाईलैंड की मिट्टी भेजने वाली बात पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) के थाईलैंड चैप्टर के अध्यक्ष सुशील कुमार सराफ ने जानकारी दी कि हम मिट्टी को अयोध्या ले जाने के लिए गोविंद बृज महाराज को सौंपने जा रहे हैं। इससे पहले थाईलैंड राम मंदिर के लिए मिट्टी से पहले दो नदियों का पानी भी भेज चुका है। थाईलैंड के पहले दुनिया के लगभग 155 देशों से पानी आ चुका है। इनमें फिजी, मंगोलिया, डेनमार्क, भूटान, रोमानियां, हैती, ग्रीस, कोमोरोस, कबेवर्डे, मोन्टीनीग्रो, टुवालू, अल्बानियां और तिब्बत आदि देश शामिल हैं।
राम मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रण
थाईलैंड में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के अध्यक्ष सुशील कुमार सराफ ने कहा कि थाईलैंड का भारत के साथ गहरा सांस्कृतिक संबंध है ये और मजबूत होगा। बता दें कि सुशील कुमार सराफ थाईलैंड के एक प्रमुख कारोबारी है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने कहा कि हमने यहां बैंकॉक में श्री राम मंदिर की प्रतिकृति बनाई है, ताकि लोग दर्शन कर सकें। हमें भी अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है।
थाईलैंड में राम वंश का शासन
भारत और थाईलैंड के बीच सांस्कृतिक संबंध के बारे में बोलते हुए सराफ ने कहा कि यहां हर घर में आपको गणेशजी की मूर्ति मिल जाएगी। यहां के कई मंत्रालयों के प्रतीक चिन्ह हिंदू प्रतीकों से मिलते जुलते हैं। गरुड़जी उनके कई विभागों के प्रतीक हैं। ब्रह्मा के दर्शन के लिए विभिन्न देशों से लोग यहां आते हैं। थाईलैंड में बसने के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि थाईलैंड हिंदुओं के लिए एक अच्छी जगह है। यहां राम वंश का शासन है। हम रामराज्य की बात करते हैं। वह यहां मौजूद है।