राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने आखिरकार ढाई साल बाद छठे राज्य वित्त आयोग का गठन कर दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसके जरिये सभी समीकरणों को साधने की कोशिश की है. जहां पूर्व वित्त मंत्री प्रद्युम्न सिंह को राज्य वित्त आयोग (Finance Commission) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. तो वहीं सांगानेर से भाजपा विधायक अशोक लाहोटी और भीम से पूर्व कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह रावत को सदस्य नियुक्त किया गया है.
दरअसल इसमें सभी को साधने की कोशिश की है. सचिन पायलट के पिता राजेश पायलट के साथ एयरफोर्स में रह चुके लक्ष्मण सिंह रावत को सदस्य नियुक्त (Finance Commission) किया है. रावत की पायलट परिवार से अच्छी दोस्त रही है. रावत के पुत्र सुदर्शन सिंह रावत भीम से विधायक है. साथ ही पिछले दिनों हुए सियासी संकट के दौरान सुदर्शन सिंह पायलट गुट के बजाए गहलोत के साथ बाड़ाबंदी में रहे थे.
इसके अलावा प्रद्युम्न सिंह को आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. प्रद्युम्न सिंह विधायक रोहित बोहरा के पिता है. सियासी संकट के दौरान रोहित बोहरा दिल्ली जाकर वापस गहलोत कैम्प में लौट आए थे. इसके अलावा रोहित बोहरा की दावेदारी मंत्री पद को लेकर भी थी लेकिन इस नियुक्ति के बाद अब सारे कयास थम गए हैं.
इन नियक्तियों में वसुंधरा राजे फैक्टर भी है. वसुंधरा गुट के सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी को भी राज्य वित्त आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है. प्रद्युम्न सिंह के भी वसुंधरा राजे से अच्छे संबंध माने जाते हैं. परंपरा रही है कि वित्त आयोग का एक सदस्य विपक्ष से होता है. लिहाजा इसके जरिये वसुंधरा गुट को साधा गया.