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राजा हत्याकांड में हो रहे नए-नए खुलासे, जानें सोनम से 20 लाख लेकर मेघालय से कैसे भागे हत्यारे…

मेघालय (Meghalaya) की वादियों में एक नई-नवेली दुल्हन (Newly-wed bride) ने अपने पति को मौत के घाट उतरवाने की साजिश रच दी। हनीमून के बहाने पति को साथ ले जाकर प्रेमी और उसके साथियों से उसकी हत्या करवा दी और फिर लाश को एक खाई में फेंक दिया। पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा (चेरापूंजी) क्षेत्र से यह चौंकाने वाला मामला सामने आया था। जहां 23 मई को इंदौर के रहने वाले राजा रघुवंशी (Raja Raghuvanshi) की हत्या कर दी गई थी। शव 2 जून को एक गहरी खाई से बरामद हुआ। शुरुआती जांच में पुलिस को यह आशंका थी कि राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuvanshi) को भी किसी ने अगवा कर लिया है या उस पर भी हमला हुआ है। लेकिन 10 जून को जब सोनम उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सकुशल मिली, तब मामले ने चौंकाने वाला मोड़ लिया। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि सोनम ही इस हत्या की मुख्य साजिशकर्ता है।

24 साल की सोनम की शादी 11 मई को इंदौर निवासी 29 वर्षीय राजा रघुवंशी से हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद ही सोनम ने हनीमून पर मेघालय चलने का प्रस्ताव रखा और 21 मई को दोनों शिलॉन्ग पहुंचे। इसके बाद वे चेरापूंजी घूमने निकले। लेकिन राजा और उसके परिवार को इस बात की भनक नहीं थी कि सोनम पहले से ही अपने पारिवारिक व्यवसाय में काम करने वाले 21 वर्षीय राज कुशवाहा से प्रेम करती थी।

20 लाख की सुपारी
राज कुशवाहा ने अपने तीन दोस्तों को 20 लाख रुपये की सुपारी देकर राजा की हत्या करवाने की साजिश रची। 23 मई को सोनम और राजा वॉटरफॉल देखने मावलाखियात की एक ऊंची चोटी तक ट्रेकिंग के लिए निकले। उसी दौरान सोनम के इशारे पर वहां पहले से मौजूद हत्यारों ने राजा की हत्या कर दी और शव को सोनम की मदद से खाई में फेंक दिया।

फरार होने की प्लानिंग
हत्या के बाद सोनम ने पहले मावकाडोक से शिलॉन्ग तक टैक्सी ली और फिर गुवाहाटी पहुंची। वहां से वह ट्रेन द्वारा कथित तौर पर इंदौर चली गई। हालांकि पुलिस अब इस सफर की पुष्टि करने में जुटी है। उधर, तीनों हत्यारे भी टैक्सी से गुवाहाटी पहुंचे और वहां से इंदौर के लिए ट्रेन पकड़ी। पूर्वी खासी हिल्स के एसपी विवेक सईम ने बताया कि हत्या के बाद सभी आरोपियों की अलग-अलग लेकिन सुनियोजित तरीके से की गई फरारी यह संकेत देती है कि पूरी वारदात और उसके बाद का भागने का प्लान पहले से तैयार किया गया था।

फोन कॉल्स और डिजिटल सबूत
एसपी सईम ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि हत्या के दिन सोनम और राज कुशवाहा के बीच लगातार संपर्क था और कुशवाहा तीनों हत्यारों से भी संपर्क में था। हालांकि सोनम का मोबाइल अब तक बरामद नहीं हो पाया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या सोनम पहले भी मेघालय आ चुकी थी और क्या उसने पहले से ही इस जगह को हत्या के लिए चुना था।

सोनम को मंगलवार की रात तक शिलॉन्ग पहुंचा दिया गया, जबकि कुशवाहा और अन्य तीन आरोपी बुधवार सुबह तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद सभी को कोर्ट में पेश किया जाएगा और पुलिस रिमांड मांगी जाएगी। एसपी ने बताया कि हत्या स्थल पर जाकर क्राइम सीन फिर से तैयार कराया जाएगा। उन्होंने कहा, “हत्या वाई सॉडोंग वॉटरफॉल के पास हुई, जहां सोनम खुद तीनों आरोपियों को लेकर गई थी।”