उत्तर प्रदेश सरकार ने छात्रों और उनके अभिभावकों के स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार के आदेश के अनुसार सभी स्कूलों और माध्यमिक विद्यालयों में आरोग्य वाटिका स्थापित की जानी चाहिए। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के निर्देश पर यह फैसला लिया गया जिनके पास माध्यमिक शिक्षा विभाग का प्रभार भी है। दिनेश शर्मा के अनुसार, हमने राज्य के सभी माध्यमिक विद्यालयों में आरोग्य वाटिका स्थापित करने का निर्णय लिया है। ऐसा करने से न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण में सहायता मिलेगी बल्कि औषधीय पौधों के इस्तेमाल से विद्यार्थियों और उनके परिवारों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और कल्याण में सहायता मिल सकती है।
शर्मा ने आगे कहा, आरोग्य वाटिका का विचार स्थानीय पत्रकार सुधीर मिश्रा के दिमाग की उपज है, जो अपने अखबार की सहायता से उद्यानों, पुलिस थानों, स्कूलों और अन्य स्थानों पर इस प्रकार के बगीचे को विकसित करने का अभियान चला रहे हैं। सुधीर मिश्रा के अनुसार पिछले दो वर्षों से वह औषधीय पौधों वाले इस प्रकार के बगीचे को विकसित करने के लिए अभियान चला रहे थे और जिला प्रशासन, पुलिस और मंत्रियों को अभियान में शामिल होने के लिए पहले ही आमंत्रित किया गया था।
पिछले माह इसी प्रकार के एक अभियान के दौरान उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को यह विचार पसंद आया और उन्होंने इसे राज्य के सभी माध्यमिक विद्यालयों में लागू करने का ऐलान कर दिया। इस संबंध में अब शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय द्वारा एक आदेश जारी कर दिया गया है जिसके तहत सभी जिला विद्यालयों के निरीक्षकों को औषधीय पौधे लगाने के लिए आरोग्य वाटिका स्थापित करने के लिए स्थान के पहचान करने का निर्देश दिया गया है। इस आदेश में कहा गया है, तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा, स्टीविया, आंवला, अमरूद, हल्दी, चंदन, सहजन और कई अन्य पौधों को लगाया जाना चाहिए क्योंकि वे रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी सहायता करते हैं।