देश में कोरोना महामारी अपने चरम पर है. इस वायरस के मद्देनजर केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 3.0 को हरी झंड़ी दिखा दी है. बता दें कि अब देश में लॉकडाउन आज से 17 मई तक लागू रहेगा. हालांकि सरकार ने इस बार कुछ रियायतें जरुर दी हैं. जैसे कि शराब कारोबारी, छोटे व्यापारी, सब्जी, किराने की दुकानों को समय सीमा के अनुरुप खोलने की अनुमति दे दी है. वहीं देश में पिछले कई दिनों से कोरोना वायरस के संक्रमित रोगों में इजाफा देखने को मिला है. जिसके चलते केंद्र सरकार ने देश को जोन में डिवाइड किया है. जिनमें रेड, ऑरेंज, ग्रीन जोन शामिल किए गए हैं.
बहरहाल कोरोना वायरस की बीमारी को फैलाने के लिए दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज की तबलीगी जमात पिछले काफी दिनों से चर्चा में थे. राज्यों की सरकारें कोरोना के तेजी से फैलने के लिए जमात को जिम्मेदार ठहराती रही हैं. जमात में शामिल होने के बाद उत्तर प्रदेश पहुंचे जमातियों की तलाश कर उन्हें क्वारंटीन किया गया था. अब क्वारंटीन की अवधि पूरी होने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू हो गई है.
मालूम हो कि शामली पुलिस ने लगभग एक माह पूर्व इन सभी के खिलाफ वीजा नियमों का उल्लंघन करने सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. सभी जमातियों को मदरसे से पकड़कर क्वारंटीन किया गया था. इनमें से कुछ लोग कोरोना पॉजिटिव भी पाए गए थे, जिनके पूरी तरह ठीक होने और क्वारंटीन की अवधि पूरी होने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार किए गए जमातियों में 12 विदेशी नागरिक शामिल हैं. उत्तर प्रदेश शामली पुलिस ने कुल 15 जमातियों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के अनुसार 12 विदेशी नागरिक टूरिस्ट वीजा लेकर शामली पहुंचे थे, लेकिन धर्म का प्रचार कर रहे थे. जबकि 3 लोग असम के रहने वाले थे. पूरा मामला जिले के थाना भवन थाना क्षेत्र का है. जानकारी के अनुसार 15 लोगो की जमात भैसानी इस्लामपुर गांव की मक्का मस्जिद में बाहर से आकर रुकी थी. इनमें 12 बांग्लादेशी थे, जो टूरिस्ट वीजा लेकर शामली पहुंचे थे. बता दें कि पुलिस ने एक माह पूर्व इनके खिलाफ वीजा उल्लघंन और महामारी अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था. बताया जाता है कि यह सभी जमाती बिना पुलिस और एलआईयू को सूचना दिए शामली में रह रहे थे.