जब भी कभी बाहर घूमने के लिए जाया जाता हैं तो ठहरने के लिए किसी होटल में ही रूकना पड़ता हैं जहां की सुविधा और व्यवस्था के अनुसार ही वहां का किराया होता हैं। सभी होटल अपनी अलग विशेषता के चलते जाने जाते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको एक ऐसे ही अनोखे होटल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे दुनिया का सबसे छोटा होटल कहा जाता हैं। हम बात कर रहे हैं दक्षिण पश्चिम एशिया में अकाबा खाड़ी के दक्षिण में स्थित अरब देश जॉर्डन के विंटेज वॉक्सवैगन बीटल होटल की जिसके मालिक का नाम मोहम्मद अल-मालाहिम है। यहां एक वक्त में सिर्फ दो ही लोग रूक सकते हैं। यह कपल के लिए अच्छा हो सकता है।
इस छोटे से होटल की शुरुआत साल 2011 में हुई थी। इसके मालिक मोहम्मद अल-मालाहिम कहते हैं कि उनका यह होटल बड़े-बड़े पत्थरों के बीच खड़ा है। यही वजह है कि यहां आने वाले लोगों को अद्भुत नजारे देखने को मिल जाते हैं। यहां ठहरने वाले मेहमानों को एक दिन के लगभग 56 डॉलर यानी करीब चार हजार रुपये देने पड़ते हैं।
हालांकि ऐसा नहीं है कि आप जब चाहें तब इस ‘मिनी होटल’ में रूक सकते हैं, बल्कि यहां रुकने के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। यहां ठहरने के लिए पहले से ही बुकिंग करवानी पड़ती है। इस विंटेज वॉक्सवैगन बीटल होटल को हैंडमेड एम्ब्राइडरी शीट और तकियों से सजाया गया है। इस होटल में ठहरने वाले लोगों को पास की ही एक गुफा में अल-मालाहिम स्थानीय पेय और नाश्ता भी परोसते हैं।
इस ‘मिनी होटल’ के मालिक मोहम्मद अल-मालाहिम अब पूरे जॉर्डन में काफी मशहूर हो चुके हैं। उन्होंने एक साक्षात्कार के दौरान बताया था कि वह हमेशा से एक ऐसे टूरिज्म प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते थे, जिसमें कम से कम जगह का इस्तेमाल हो और साथ ही वह प्रोजेक्ट पर्यटन के क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ जाए।