उत्तराखंड के नितिन पंत ने अवैध धर्मांतरण के आरोप में मेरठ से गिरफ्तार मौलाना कलीम सिद्दीकी पर गंभीर आरोप लगाये हैं। नितिन पंत ने मौलाना कलीम सिद्दीकी के खिफाफ कई खुलासे किये हैं। नितिन ने बताया कि मौलाना और उनका नेटवर्क किस तरीके से धर्म परिवर्तन के लिए लोगों को निशाना बनाता था।
धर्मांतरण के शिकार रहे नितिन पंत अब अवैध धर्मान्तरण मामले में UP ATS के लिए अहम गवाह बन चुके हैं। जबUP ATS को एक गवाह नितिन पंत की जानकारी हुई तो वह शुक्रवार को उसे अपने साथ लेकर लखनऊ के लिए रवाना हो गई। नितिन पंत की गवाही से वह कलीम सिद्दीकी और उसके गैंग के बारे में जानकारी जुटाएगी। नितिन पंत के साक्ष्यों से मौलाना की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।
सहारनपुर में विश्व अखाड़ा परिषद के लोगों के साथ वर्तमान में रह रहे नितिन पंत ने मेरठ से गिरफ्तार कलीम सिद्दीकी के मामले में बड़ा खुलासा किया है। कलीम सिद्दीकी ने ही नितिन पंत का धर्मांतरण करवाकर अली हसन बनाया था। नितिन पंत इस्लाम में धोखे खाने के बाद अपने धर्म मे लौट आए हैं। नितिन पंत ने बताया कि अली हसन बनने के बाद उन्हें पहले राजस्थान के मेवात और फिर मुजफ्फरनगर के फुलत की एक मस्जिद में रखा गया था। यहां पर उन पर कड़ी नजर रखी जाती थी। इसी मस्जिद के संचालक कलीम उससे कई बार मिला और अन्य लोगों को इस्लाम में दाखिल करवाने का लालच दिया।
विदेशों से आता है फंड
नितिन पंत ने बताया कि कलीम ने उससे कई बार कहा कि तुम उच्च जाति की हिन्दू लड़कियों को फंसाओ। उनकी अश्लील वाली वीडियो बनाओ। इसके अलावा युवाओं को नशे का आदि बनाओ तो तुम्हें बहुत पैसा मिलेगा। नितिन का कहना है कि कलीम ने यह भी बताया कि उनको इन सबके लिए विदेशों से पैसा आता है। नितिन पंत का कहना है कि इनका एक हेड ऑफिस दिल्ली के रोहिणी में भी है। यहीं से धर्मान्तरण की साजिश रची जाती है। नितिन पंत ने सरकार से मांग की है कि इनके गिरोह के अन्य सदस्यों को भी जल्दी गिरफ्तार किया जाये।
लालच देकर बनाया था अली हसन
ज्ञात हो कि कुछ साल पहले काम की तलाश में उत्तराखंड के भीमताल निवासी नितिन पंत राजस्थान के मेवात गया था। वहां उसको नौकरी, शादी और पैसों का लालच देकर उसका धर्म परिवर्तन कर उसको अली हसन बना दिया गया था। अली हसन बनने के बाद उसको मुजफ्फरनगर के फुलत में स्थित उसी मदरसे में भी रखा गया था, जहां का संचालक मौलाना कलीम सिद्दीकी था। नितिन की इस दौरान कलीम से 8 से 10 बार मुलाकात हुई थी। नितिन पंत का यह भी कहना है कि वहां आईटीआई के नाम पर हथियार बनाने की फैक्ट्री चलाता था।