मोरबी (Morbi) में झूलते पुल (swinging bridge) के तार जंग लगे हुए थे। इन्हें मरम्मत के दौरान बदला नहीं गया। इनकी मरम्मत (repair) की जाती तो यह हादसा (accident) नहीं होता। यह बात मोरबी पुल हादसा मामले के जांच अधिकारी और मोरबी के पुलिस उपाधीक्षक पीए झाला ने स्थानीय अदालत में पेश फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी रिपोर्ट (forensic science laboratory report) में कही। वहीं, रखरखाव करने वाली कंपनी ओरेवा के मैनेजर दीपक पारेख ने शर्मनाक बयान दिया है। गिरफ्तार आरोपी मैनेजर ने कहा कि यह हादसा ‘भगवान की मर्जी’ है।
अतिरिक्त सरकारी अभियोजक एचएस पांचाल ने बताया कि ओरेवा कंपनी के मैनेजर दीपक पारेख ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और अतिरिक्त वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एमजे खान को बताया कि कंपनी के प्रबंध निदेशक से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों तक, सभी ने खूब काम किया, लेकिन भगवान की इच्छा से ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। पारेख कंपनी के गिरफ्तार दो मैनेजरों में से एक हैं।
चार आरोपी भेजे गए पुलिस रिमांड में
हादसे में गिरफ्तार नौ आरोपियों में से चार को पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। अन्य पांच को पांच नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
चूक की जिम्मेदारी तय कर रही पुलिस
मोरबी के एसपी राहुल त्रिपाठी ने कहा कि हम अपनी हिरासत में भेजे गए चारों आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं। हम मरम्मत में चूकों की जिम्मेदारी तय करने की कोशिश कर रहे हैं।
बार एसोसिएशन ने आरोपियों का केस लड़ने से किया मना
मोरबी बार एसोसिएशन ने बुधवार को कहा कि एसोसिएशन का कोई भी सदस्य घटना से जुड़े किसी भी आरोपी का मामला नहीं लड़ेंगे। साथ ही वकीलों ने विरोध मार्च भी निकाला। मंगवार को ही एसोसिएशन ने प्रस्ताव पास कर आरोपियों का केस नहीं लड़ने की बात कही थी। वरिष्ठ वकील एसी प्रजापति ने कहा कि मोरबी बार एसोसिएशन और राजकोट बार एसोसिएशन ने आरोपियों का केस नहीं लड़ने का फैसला लिया है। इस संदर्भ में दोनों एसोसिएशन ने प्रस्ताव पारित किया है।
गुजरात मे राजकीय शोक, अहमदाबाद-सूरत में प्रार्थना सभाएं : बुधवार को गुजरात में राजकीय शोक रहा। प्रार्थना सभाएं हुईं और सरकारी कार्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहा।
अमेरिकी सांसदों ने जताया दुख : अमेरिकी संसद के ताकतवर कांग्रेसनल इंडिया कॉकस ने मोरबी पुल हादसे पर शोक जताया है। इंडिया कॉकस के सहअध्यक्ष ब्राड शेरमेन और स्टीव चाबोट ने एक बयान में कहा, कॉकस और अमेरिका इस त्रासदी में अपने सहयोगी भारत के साथ खड़ा है। हमें यह जानकर भी दुख हुआ कि पीड़ितों में से कई ऐसे परिवार थे जिनके बच्चे दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियों के जश्न में एकत्र हुए थे।