पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala ) की हत्या (Murder) के बाद बिश्नोई गैंग और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का नाम लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. पंजाब पुलिस लगातार उस तक पहुंचने की कोशिश में लगी रही. लेकिन हिंदुस्तान (India) से हजारों किमी दूर बैठे गोल्ड़ी बराड़ को पकड़ना आसान नहीं था. मगर हाल ही में अमेरिका के कैलिफोर्निया में गोल्डी बराड़ (goldie brar) को हिरासत में ले लिया गया. वो रहता तो कनाडा में था, लेकिन मूसेवाला हत्याकांड के बाद से ही वो अमेरिका (America) में जाकर छुप गया था.
इस मामले में अभी तक लॉरेंस बिश्नोई समेत 20 से ज़्यादा गैंगस्टर गिरफ्तार किए जा चुके हैं. अब एक ही बात सब जानना चाहते हैं कि आखिर गोल्डी बराड़ भारत कब लाया जाएगा?
29 मई 2022
पंजाब के मानसा का जवाहरके गांव उस दिन गोलियों की आवाज़ से थर्रा उठा था. उस दिन मूसेवाला हत्याकांड (Moosewala massacre) ने सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं, बल्कि हिंदुस्तान के बाहर भी सिद्धू मूसेवाला के लाखों चाहनेवालों को दहला दिया था. यही वो तारीख थी, जब का़तिलों ने मूसेवाला को घेर कर उन्हें तब गोलियों से छलनी कर दिया था, जब वो पास के ही एक दूसरे गांव में अपने किसी रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे.
गोल्डी बराड़ ने ली थी कत्ल की जिम्मेदारी
अभी पुलिस इस भयानक कत्ल की साजिशों का पता लगाने में जुटी ही थी कि तब तक कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर करके ना सिर्फ इस कत्ल की जिम्मेदारी ले ली थी, बल्कि ये भी बताया था कि किस तरह उसके दुश्मनों का साथ देने की वजह से उसने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवा दिया.
गैंगस्टर्स के खिलाफ एक्शन
इसके साथ ही पुलिस और दूसरी एजेंसियों ने भारत में तो इस शूटआउट से जुड़े तामाम गैंगस्टरों पर क्रेकडाउन की शुरुआत कर दी थी, लेकिन चूंकि गोल्डी कनाडा में छुपा बैठा था, भारतीय एजेंसियां चाह कर भी फौरन उसे गिरफ्तार नहीं कर सकती थी. मगर अब इस मामले में गोल्डी के पकड़े जाने की खबर से ना सिर्फ भारतीय एजेंसियों ने बल्कि सिद्धू मूसेवाला के घरवालों और उनके लाखों चाहनेवालों ने राहत की सांस ली है.
साल 2017 में कनाडा गया था गोल्डी बराड़
सूत्रों की मानें तो गोल्डी बराड़ 2017 में स्टूडेंट वीजा पर कनाडा गया था और तब से वहीं रह रहा था. लेकिन जुर्म की दुनिया में उसका नाता लगातार बना रहा और वो वहीं से हिंदुस्तान में एक के बाद एक आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता रहा. लेकिन मई महीने में सिद्धू मूसेवाला के कत्ल को अंजाम देने के बाद से वो भारतीय एजेंसियों के साथ-साथ मूसेवाला के फैंस के निशाने पर आ गया था.
वकीलों की मदद से मांगी थी राजनीतिक शरण
दबाव बढ़ने पर गोल्डी कुछ समय पहले कनाडा से भाग कर अमेरिका के कैलिफोर्निया में पहुंच गया था और वहीं वो कुछ वकीलों की मदद से राजनीतिक शरण लेने की कोशिश कर रहा था. ताकि उसे पकड़कर भारत न लाया जाए. इसके लिए उसने दो कानूनी जानकारों से मदद भी लेनी चाही थी. लेकिन एक वकील ने गोल्डी का आपराधिक बैकग्राउंड देखकर केस लड़ने से मना कर दिया था. इसके बाद उसने दूसरे वकील से मदद ली.
मई में ही डिटेन किया गया था गोल्डी!
राजनीतिक शरण तब लगाई जाती है जब कोई यह दिखाने की कोशिश करे की वह जिस देश का रहने वाला है वहां उस पर जुल्म हुआ और वहां उसे न्याय नहीं मिल पाएगा. मगर उसकी चाल कामयाब ना हो सकी. गोल्डी कैलिफोर्निया की फेसनो सिटी में था. वहीं उसे हिरासत में ले लिया गया. वैसे गोल्डी बराड़ को हिरासत में लेने की फिलहाल कोई अधिकारिक पुष्टि तो नहीं की गई है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि उसे 20 मई के आस-पास डिटेन किया गया था और वो तब से हिरासत में ही है.
2 मामलों में गोल्डी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस
आपको याद होगा कि इससे पहले कनाडा में रहते हुए ही गोल्डी ने ऑडियो मैसेज जारी कर भी सिद्धू मूसेवाला केस में अपना हाथ होने की बात कही थी. गोल्डी बराड़ के खिलाफ पहले से ही दो पुराने मामलों में रेड कॉर्नर नोटिस जारी की जा चुकी है. सूत्रों की मानें तो गोल्डी को कनाडा में बैठे एक दूसरे गैंगस्टर लखबीर सिंह लंडा हरीके की मुखबिरी के बाद हिरासत में लिया गया है और अब इन गैंगस्टरों के बीच आपसी रंजिश की शुरुआत हो गई है. फिलहाल गोल्डी के कैलिफोर्निया में पकड़े जाने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उसे जल्द से जल्द भारत लाने की बात कही है.
तमाम आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
वैसे ये एक इत्तेफाक ही है कि शुक्रवार को जब गोल्डी बराड़ को हिरासत में लिए जाने की खबर सामने आई है, इससे महज़ एक रोज़ पहले सिद्धू मूसेवाला के पिता ने इस केस से जुडे तमाम गैंगस्टरों को गिरफ्तार करने की फरियाद सरकार से दोहराई थी और बहुत दुख भरे लहजे में ये कहा था कि अगर जरूरत पडी तो गोल्डी बराड़ के बारे में खबर देने या उसकी गिरफ्तारी करवाने वाले शख्स को सरकार अपनी ओर से 2 करोड़ रुपये देने का ऐलान करे.
2 करोड़ देने की बात
मूसेवाला के पिता ने कहा था कि अगर सरकार ऐसा नहीं कर पाती है, तो वो खुद अपनी तरफ से इतनी धनराशि देने को तैयार हैं. चाहे इसके लिए उन्हें अपनी जमीन ही क्यों ना बेचनी पड़े. मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने याद दिलाया कि जब उनका बेटा जिंदा था, तो हर साल कम से कम 2 करोड़ रुपये का टैक्स ही दिया करता था.
कौन है गोल्डी बराड़?
गोल्डी बराड़ का असली नाम सतिंदरजीत सिहं उर्फ़ गोल्डी बराड़ है. पुलिस सूत्रों की मानें तो वो पहले से ही जुर्म की वारदातों में शामिल रहा है और साल 2017 से ही कनाडा में रहता है. लेकिन कनाडा में रह कर भी वो लगातार आपराधिक घटनाओं में शामिल रहा और खासकर भारत में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ गठजोड़ कर वो ना सिर्फ वसूली रैकेट चलाता रहा, बल्कि वो सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस की तरह ऐसे ही और भी कई संगीन वारदातों में शामिल रहा है.
गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
वहीं गोल्डी बराड़ से पहले मामले में गैंगस्टर लॉरेंस के भाई अनमोल और भांजे सचिन थापन को भी दुबई और अजरबैजान में डिटेन किया जा चुका है. एजेंसियों का दावा है कि ये दोनों भी कत्ल की साजिश में शामिल थे, हालांकि कत्ल से पहले फेक पासपोर्ट पर विदेश भाग गए. इन्हें वापस लाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब पुलिस से इनकी क्रिमिनल हिस्ट्री मांगी है.