रेल मंत्रालय महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विशेष तैयारी शुरू कर दी है। ट्रेनों और स्टेशनों पर महिलाओं की सुरक्षा को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। रेलवे सुरक्षा बल से पिछले पांच सालों में महिलाओं पर हुए अपराधों के आंकड़ों का डेटा बेस बनाकर उनकी समीक्षा करने को कहा गया है। रेलवे परिसर में सक्रिय अपराधियों का एक डेटाबेस बनाने के लिए कहा है। आरपीएफ को निर्देश है कि स्टेशनों पर मौजूद फ्री वाई-फाई का इस्तेमाल पोर्न डाउनलोड करने लिए न किया जाए। इन घटनाओं, अपराधों को रोकने के लिए राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर के इस्तमेमाल की बात कही गई है। रेलवे परिसर में मौजूद सुनसान ढांचे, यार्ड और प्लेटफॉर्म को ढहाने के निर्देश दिए हैं। आदेश में ऐसे क्वाटर, भवनों प्लेटफॉर्म को धवस्त करने के लिए कहा गया है जहां कोई सुरक्षा आवाजाही नहीं होती है। दिशा-निर्देश भी अधिकारियों को निर्देशित करते हैं कि ट्रेन आने या प्रस्थान करने वाले स्टेशनों पर लेडीज कोच के लिए नजदीक नजर रखी जाये।
प्लेटफार्मों पर एस्कॉर्ट तैनात किए जाएं जिससे महिलाओं को सुरक्षा का एहसास हो। दिशानिर्देश में महिला कोच पर नजर रखने और ट्रेन आने-जाने के समय सुरक्षाकर्मी तैनात रखने जैसे कदम भी उठाने को कहा गया है। डेटा विश्लेषण के आधार पर दिशानिर्देशों ने कहा कि शॉर्टटर्म प्लान और लॉन्गटर्म प्लान के साथ आगे बढ़ना चाहिए।
शॉर्ट टर्म प्लान में संदिग्धों पर निगरानी रखने, ड्यूटी अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा अपने दौर के दौरान कमजोर स्थानों पर नियमित रूप जाना शामिल है। जबकि लॉन्ग टर्म प्लान में बुनियादी ढांचे में सुधार, परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाना और सुरक्षा के अन्य पहलू शामिल हैं, जिसमें उचित समय लग सकता है।