रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) के क्वार्टरफाइनल मुकाबलों में लगातार इतिहास रचा जा रहा है. पहले धमाकेदार पारियां देखने को मिलीं और अब बंगाल टीम ने एक ऐसा कारनामा कर दिया है, जो कभी नहीं हो सका. टीम के पहले से लेकर नौवें बल्लेबाज ने 50 या उससे अधिक का स्कोर किया है, जिसमें दो बल्लेबाजों के शतक भी शामिल हैं.
बंगाल और झारखंड के बीच बेंगलुरु में खेले जा रहे क्वार्टरफाइनल मुकाबले में यह इतिहास रचा गया. बंगाल ने यहां 773 के स्कोर पर अपनी पारी घोषित की, टीम के कुल 7 खिलाड़ी आउट हुए. यानी क्रीज़ पर 9 बल्लेबाज मौजूद रहे थे और सभी ने ही 50 या उससे अधिक का स्कोर बनाया.
बंगाल की ओर से सुदीप कुमार घरामी ने सबसे ज्यादा 186 रनों की पारी खेली, जबकि ए. मजूमदार ने 117 रनों की पारी खेली. इन दो शतकों के अलावा बाकी सात बल्लेबाजों ने अर्धशतक जमाया. फिफ्टी जमाने वाले खिलाड़ियों में पश्चिम बंगाल सरकार में खेल मंत्री मनोज तिवारी भी शामिल रहे, जिन्होंने 73 रनों की पारी खेली.
बंगाल की टीम का स्कोरकार्ड-
- अभिषेक रमन- 61 रन
- अभिमन्यु ईश्वरन- 65 रन
- सुदीप कुमार घरामी- 186 रन
- ए. मजूमदार- 117 रन
- मनोज तिवारी- 73 रन
- अभिषेक पोरेल- 68 रन
- शहबाज़ अहमद- 78 रन
- सायन मंडल- 53* रन
- आकाश दीप- 53* रन
बंगाल की टीम जब बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी, तब आकाश दीप ने अंत में तबाही मचा दी. उन्होंने सिर्फ 18 बॉल में 53 रनों की पारी खेली, जिसमें 8 छक्के शामिल रहे. आकाश दीप ने रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में भी करीब 300 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं.
ऐसा पहली बार हुआ है…
बंगाल की ओर से जब सायन मंडल ने अपनी फिफ्टी पूरी की, तब ऐसा पहली बार हुआ कि किसी घरेलू मैच की पहली पारी में शुरुआती 8 बल्लेबाजों ने 50 या उससे अधिक का स्कोर बनाया हो. लेकिन बंगाल ने इसके आगे भी कमाल कर दिया, 9वें बल्लेबाज यानी आकाशदीप ने भी फिफ्टी जमा दी. ऐसे में यह पहली बार हुआ कि टॉप-9 बल्लेबाजों ने फर्स्ट क्लास इनिंग में 50+ स्कोर बनाया हो.
साल 1893 में जब ऑस्ट्रेलियाई टीम इंग्लैंड के दौरे पर थी, तब टीम के 8 बल्लेबाजों ने ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के खिलाफ 50+ स्कोर बनाया था. लेकिन तब वह टॉप-8 बल्लेबाज नहीं थे.