अंधेरी पूर्व सीट पर उपचुनाव (by-election) नजदीक आते ही शिवसेना (Shiv Sena) में ‘धनुष-बाण’ की जंग तेज होती दिख रही है। खबर है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) ने निर्वाचन आयोग (Election Commission) को पत्र लिखकर तत्काल उनके गुट को चुनाव चिह्न (election symbol) आवंटित करने के लिए कहा है। साथ ही उनका कहना है कि उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व वाली शिवसेना इस चिह्न का इस्तेमाल कर सकती है। इधर, शिंदे कैंप शुक्रवार को ही आयोग से मुलाकात की भी तैयारी कर रहा है।
याचिका में शिंदे ने कहा है कि आगामी उपचुनाव के लिए चिह्न जरूरी है और उन्हें चिंता है कि ठाकरे गुट ‘गैर-कानूनी तरीके से उम्मीदवार को खड़ा करने की कोशिश करेगा और SSPP के लिए आवंटित चिह्न के लिए दावा करेगा।’ उन्होंने कहा कि इन हालात में तत्काल सुनवाई करें और शिवसेना पार्टी के ‘धनुष और बाण’ चिह्न को याचिकाकर्ता के नेतृत्व वाले गुट को आवंटित किया जाए।
अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर उपचुनाव से पहले शिवसेना का एकनाथ शिंदे गुट पार्टी के चुनाव चिह्न ‘तीर धनुष’ पर अपनी दावेदारी को लेकर शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मिलने की तैयारी में है। शिंदे गुट के इस कदम को उस प्रयास के रूप में देखा जा रहा है जिसका मकसद उद्ध ठाकरे गुट को चुनाव चिह्न ना मिलने देना है।
ठाकरे ने तीन नवंबर को होने वाले उपचुनाव में दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी रुतुजा लटके को मैदान में उतारने का फैसला किया है। शिंदे गुट के लोकसभा में नेता राहुल शेवाले ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘हम पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर शुक्रवार को निर्वाचन आयोग से मिलने वाले हैं।’
‘असली शिवसेना’ किसकी है? इसका जवाब केवल निर्वाचन आयोग के ही पास है। फिलहाल, आयोग की तरफ से इसे लेकर कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने संकेत दिए थे कि वह ‘बहुमत के नियम’ के आधार पर फैसला लेंगे। जून में शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के अधिकांश विधायकों ने बगावत कर दी थी।