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महायुति से नाराज नेता शरद पवार के चक्कर लगाने लगे नेता; BJP गठबंधन में खलबली

महाराष्ट्र (Maharashtra)के सत्ताधारी महायुति गठबंधन (Grand Alliance)के असंतुष्ट नेता अब महा विकास अघाड़ी (एमवीए) खेमे से लोकसभा टिकट(lok sabha ticket) की संभावनाएं तलाशने(to explore) में जुटे हैं। इसके लिए वे शरद पवार से संपर्क साध रहे हैं। दरअसल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार) के ‘महायुति’ (गठबंधन) के बीच सीट बंटवारे की डील लगभग तय हो चुकी है। ऐसे में कई नेताओं को लग रहा है कि उन्हें टिकट नहीं मिल पाएगा। इसी डर से अब उन्होंने विपक्षी खेमे के साथ संपर्क साधना शुरू कर दिया है।

बुधवार को, बीड जिले के राकांपा नेता बजरंग सोनावणे पुणे में एक कार्यक्रम में राकांपा (शरदचंद्र पवार) में शामिल हो गए। सोनावणे पार्टी के विभाजन के दौरान अजित पवार के साथ चले गए थे। बीड से भाजपा द्वारा पंकजा मुंडे को मैदान में उतारने से नाराज सोनावणे ने पाला बदल लिया। बता दें कि महाराष्ट्र की 48 सीट के लिए लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से 20 मई के बीच पांच चरणों में होंगे। मतों की गिनती चार जून को होगी।

पवार ने कहा कि उनकी पार्टी बीड उम्मीदवार को अंतिम रूप देने से पहले चर्चा करेगी। उन्होंने कहा, “सीट के लिए मतदान चौथे चरण में है और निर्णय लेने के लिए अभी भी कुछ समय है। पार्टी की समिति उम्मीदवार का फैसला करेगी और सोनावणे ने कहा है कि वह इस फैसले को स्वीकार करेंगे। वह पिछला चुनाव मामूली अंतर से हार गए थे। हालांकि वे बीड में पार्टी को मजबूत करने की दिशा में काम करने के लिए सहमत हो गए हैं।”

सोनावणे ने 2019 में भाजपा की प्रीतम मुंडे के खिलाफ राकांपा उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा, “मैं हार गया, लेकिन मुझे पांच लाख से अधिक वोट मिले थे। हाल ही में, मेरे कार्यकर्ताओं को लगने लगा था कि उन्हें (NCP में विभाजन के बाद) समान सम्मान नहीं मिल रहा है, और इसलिए, मैंने पवार साहब के साथ जुड़ने का फैसला किया।”

राष्ट्रीय समाज पक्ष के संस्थापक महादेव जानकर भी बुधवार सुबह पुणे में पवार के आवास पर गए। उन्होंने 2019 में बारामती से पवार की बेटी सुप्रिया सुले के खिलाफ पिछला लोकसभा चुनाव लड़ा था। अब वे भाजपा के रणजीतसिंह नाइक निंबालकर के खिलाफ एमवीए उम्मीदवार के रूप में माढ़ा सीट से लड़ना चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि शरद पवार ने उन्हें “सकारात्मक रहने” का आश्वासन दिया है।

इससे पहले, भाजपा द्वारा अहमदनगर से सुजय विखे पाटिल को महायुति उम्मीदवार के रूप में नामित किए जाने के बाद, पारनेर विधायक नीलेश लंके समर्थकों के एक बड़े समूह के साथ पवार से मिलने पुणे आए थे। एनसीपी (एससीपी) के राज्य प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा, “एक तरफ सत्ता और पैसा है लेकिन हमारे साथ लोगों की ताकत है, इसलिए कई नेता अब हमारे साथ जुड़ रहे हैं।