दिल्ली (Delhi) की नई आबकारी नीति (new excise policy) से जुड़े मामले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) लगातार अपनी पकड़ मजबूत कर रही है. इस मामले में इंडोस्पिरिट के मालिक समीर महेन्द्रू (Sameer Mahendru) को ईडी ने गिरफ्तार (Arrested) किया है और दिल्ली की एक कोर्ट ने उन्हें 9 दिन के लिए ईडी की कस्टडी में भेज दिया है. समीर महेन्द्रू को लेकर ईडी का दावा है वो मनीष सिसोदिया के करीबी हैं और नई शराब नीति की बदौलत उन्होंने 9 महीने में 50 करोड़ रुपये की कमाई की है.
ईडी की दलील, महेन्द्रू की हिरासत अनिवार्य
ईडी ने कोर्ट में दलील दी कि शराब की कीमतों को तय करने के लिए कार्टेल बनाने और सरकारी अधिकारियों को कथित तौर पर रिश्वत देने को लेकर समीर महेन्द्रू की कस्टडी जरूरी है. इससे उनकी और उनके अन्य सहयोगियों की इस काम में भूमिका का पता लगाया जा सकेगा.
अदालत के आदेश के मुताबिक ईडी ने कहा कि कस्डटी में उनसे पूछताछ के दौरान ये भी पता लगाने की कोशिश होगी कि इस नीति से सरकारी खजाने को आखिर कितना नुकसान पहुंचा है. साथ ही काम करने के तौर-तरीकों, मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी पूरी प्रक्रिया को भी बाहर लाने में मदद मिलेगी.
ईडी ने अपनी जांच के दौरान 103 छापे मारे. इसमें बड़ी संख्या में डिजिटल और फिजिकल रिकॉर्ड जब्त किए गए. ईडी ने कोर्ट में ये भी कहा कि उन्हें समीर महेन्द्रू से जब्त किए गए साक्ष्यों के बारे में भी पूछताछ करनी है.
नई शराब नीति का सबसे ज्यादा फायदा महेन्द्रू को
समीर महेन्द्रू के वकील ने उनकी कस्टडी का विरोध किया. दावा किया कि वो जांच में सहयोग कर रहे हैं. दिल्ली शराब नीति से जुड़े मामले में ईडी ने समीर महेन्द्रू की पहली गिरफ्तारी की है. जबकि एक दिन पहले सीबीआई ने इस मामले में आम आदमी पार्टी के कम्युनिकेशन इंचार्ज विजय नायर को गिरफ्तार किया था.
इस मामले में दर्ज एफआईआर के मुताबिक दिल्ली की नई एक्साइज पॉलिसी का उल्लंघन करके आरोपी (महेन्द्रू) ने काफी पैसे बनाए. महज 9 महीने में उसने 50 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की. वहीं नई नीति को लागू करने के दौरान इसका सबसे ज्यादा फायदा महेन्द्रू को ही हुआ. समीर महेन्द्रू की कंपनी इंडोस्पिरिट Bro Code नाम से बीयर बनाती है, साथ ही एक जापानीज ब्रांड की व्हिस्की Enso भी बनाती है.