मई का महीना हर व्यक्ति के लिए बहुत ही खास है. मई में सूर्य, मंगल और बुध ग्रह राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. इसके साथ ही गुरु, शुक्र और शनि अपनी चाल बदलेंगे यानि ये ग्रह इस माह में वक्री होंगे. ग्रहों के वक्री और मार्गी होना सभी राशियों पर अपना प्रभाव डालता है.
मंगल का कुंभ राशि में गोचर- 4 मई 2020
साहस और पराक्रम का प्रतीक मंगल ग्रह 4 मई को कुंभ राशि में प्रवेश करेगा. जहां पर यह 18 जून तक रहेंगे. मंगल ग्रह मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी कहलाता है. मकर राशि मंगल की उच्च राशि है जबकि कर्क इसकी नीच राशि है. सूर्य, चंद्र और गुरु इसकी मित्रता है. बुध से मंगल की शत्रुता है. वहीं शुक्र और शनि ग्रह सम हैं. मंगल 22 मार्च 2020 से मकर राशि में हैं. इसके बाद मंगल का कुंभ में गोचर होगा. कुंंभ में मंगल 18 जून 2020 तक रहेंगे.
बुध का वृषभ राशि में गोचर- 9 मई 2020
सौम्य ग्रह बुध 9 मई को वृषभ राशि में गोचर करेंगे. इस समय बुध मेष राशि में गोचर कर रहे हैं. 25 अप्रैल को बुध का मेष राशि में प्रवेश हुआ था. इसके बाद अब बुध वृषभ राशि में गोचर करेंगे. वृषभ राशि के जातकों को इसका लाभ मिलेगा. बुध इस राशि में 25 मई तक रहेंगे इसके बाद बुध मिथुन राशि में गोचर करेंगे. जो उनकी स्वराशि है.
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर- 14 मई 2020
इस समय सूर्य देव अपनी उच्च राशि मेष में गोचर कर रहे हैं. मेष राशि में सूर्य का गोचर 13 अप्रैल को हुआ था. सूर्य की यह उच्च राशि है. इस राशि को छोड़कर 14 मई को सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे. जहां सूर्य देव 15 जून 2020 तक रहेंगे.