हिंदू धर्म में मंदिर जाकर भगवान की पूजा अर्चना करना पुण्य का काम माना गया है। मान्यता है कि मंदिर में दर्शन के बाद व्यक्ति को मन की शांति मिलने के साथ ही पुण्य भी मिलता है। इतना ही नहीं, रोज़ाना करोड़ों की संख्या में लोग मंदिर पुण्य व मन की शांति के लिए ही जाते हैं, लेकिन वहां जाकर छोटी मोटी गलतियां भी करते हैं।
दरअसल, मंदिर में छोटी मोटी गलतियां करने से दोष लगता है, लेकिन लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं। शास्त्रों के मुताबिक, जब भी इंसान मंदिर जाता है, तो उसे कुछ काम भूलकर भी नहीं करना चाहिए, वरना न मनोकामना पूरी होती है और न ही मन को शांति मिलती है। तो चलिए जानते हैं कि हमारे इस लेख में आपके लिए क्या खास है?
उल्टी परिक्रमा करना
अक्सर मंदिर में आप पूजा अर्चना करने के बाद परिक्रमा ज़रूर करते हैं। कोई परिक्रमा पांच बार करता है, तो कोई सात बार, लेकिन यह करना ज़रूरी माना जाता है। खैर, परिक्रमा इंसान अपनी इच्छा अनुसार करता है, लेकिन यदि आप उल्टी परिक्रमा करते हैं, तो पुण्य मिलने के बजाय आपको दोष लगता है। मतलब उल्टी परिक्रमा करने से आपको पूजा अर्चना का पूरा फल नहीं मिल पाता है।
मूर्ति के सामने आकर खड़ा होना
अक्सर लोग मूर्ति के सामने पीठ दिखाकर खड़े हो जाते हैं, जोकि गलत है। शास्त्रों के मुताबिक, मूर्ति के सामने पीठ करके कभी नहीं खड़ा होना चाहिए, वरना भगवान नाराज हो जाते हैं। जो व्यक्ति ऐसा करते हैं, उन्हें उनकी पूजा का परिणाम उल्टा ही मिलता है। इसीलिए कभी भी भगवान की मूर्ति के सामने पीठ दिखाकर नहीं खड़ा होना चाहिए, वरना अनर्थ हो सकता है।
मंदिर में बेल्ट पहनकर जाना
अक्सर लोग मंदिर के अंदर जूता चप्पल तो निकाल देते हैं, लेकिन बेल्ट निकालना नहीं भूलते हैं, जिसकी वजह से भगवान नाराज़ हो जाते हैं। दरअसल, चमड़े की चीज़ अशुद्ध मानी जाती है और इसका मंदिर में प्रवेश करना अवैध है, इसीलिए मंदिर में बेल्ट पहनकर जाना अशुभ माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक, जो लोग बेल्ट पहनकर मंदिर में दर्शन करते हैं, उन्हें पाप लगता है यानि उनकी पूजा सफल नहीं होती है।
मंदिर में हंसना
मंदिर में लोग मन की शांति के लिए जाते हैं, लेकिन कुछ लोग वहां टाइम पास करने के लिए भी जाते हैं। ऐसे लोग वहां जाकर हंसते हैं या फिर किसी भी तरह का मनोरंजन करते हैं। ऐसा करने शास्त्रों के मुताबिक अशुभ माना गया है। दरअसल, आपके हंसने से दूसरे लोगों का ध्यान भंग होता है, इसीलिए आपको मंदिर में भूलकर भी नहीं हंसना चाहिए।
ओवरटेक करना
अक्सर मंदिर में दर्शन के लिए कतारे लगी रहती हैं, लेकिन कुछ लोग कतार से बाहर निकल कर जो लोग दर्शन कर रहे होते हैं, उनसे आगे निकल जाते हैं, जोकि गलत माना गया है। शास्त्रों के मुताबिक, दर्शन कर रहे व्यक्ति के आगे भूलकर भी नहीं जाना चाहिए, वरना परिणाम काफी घातक हो सकता है। इसीलिए मंदिर में इन चीज़ों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।