युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता की आत्महत्या के लिए कथितरूप से जिम्मेदार राज्य के पंचायती राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा को मंत्री पद से हटाने की मांग को लेकर बुधवार को यहां गृहमंत्री अमित शाह के घर का घेराव किया।
युवा कांग्रेस कार्यकर्ता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी के नेतृत्व में सुनहरी बाग चौराहे में एकत्रित हुए और वहां से श्री शाह के आवास के तरफ कूच किया लेकिन दिल्ली पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग लगाकर उत्तेजित कार्यकर्ताओं को रोक दिया और फिर कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। इस दौरान प्रदर्शनकारी सरकार के विरोध में नारे लगाने लगे और श्री ईश्वरप्पा को बर्खास्त कर मामले की जांच की मांग करने लगे।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए श्री श्रीनिवास ने कहा कि कर्नाटक में भ्रष्टाचार चरम पर है और मंत्री तथा नेताओं के कमीशन के कारण पूरे प्रदेशों में आराजकता के माहौल है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में भाजपा के पेशे ठेकेदार कार्यकर्ता ने आरोप लगाया है कि श्री ईश्वरप्पा ने उनसे काम के बदले 40 प्रतिशत कमीशन मांगकर उन्हें तंग किया है और इससे परेशान होकर वह आत्महत्या कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा “भाजपा कार्यकर्ता संतोष पाटिल ने आत्महत्या से पहले लिखा है, मैं भारत के प्रधानमंत्री, कर्नाटक के मुख्यमंत्री और हमारे सीनियर लीडर येदुरप्पा से आग्रह करता हूं कि मेरे परिवार का ध्यान रखें। मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि जो संतोष तथा प्रशांत मेरे साथ आए थे, वे मेरी मृत्यु के जिम्मेवार नहीं हैं, मेरी मृत्यु के जिम्मेवार के.एस. ईश्वरप्पा हैं।”
उन्होंने कहा कि आत्महत्या से पहले जब संतोष ने यह लिखा है तो अब तक ईश्वरप्पा को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है और कर्नाटक तथा केंद्र सरकार इस ममले में चुप्पी क्यों साधे है और वह किन कारणों से पंचायती राज मंत्री को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा “इस मामले में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और मुख्यमंत्री चुप हैं। भाजपा के भीतर की नाकामी को बेनकाब करने वाली हर आवाज खामोश हो जाएगी – यही संतोष पाटिल की मौत की पुष्टि करती है। भाजपा की क्रोनोलॉजी यह है की पहले भाजपा आपका शोषण करेगी, अगर आप शिकायत करते हैं तो आप को भाजपा खत्म कर देगी।”