भारत ने रविवार को अगस्त महीने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभाल ली है. भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव ने ट्वीट कर कहा कि एजेंडे से वास्तव में प्रभावित हूं, जिसमें समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद विरोधी वैश्विक मुद्दों को शामिल किया गया है. फलदायी और प्रभावी काम की उम्मीद है वहीं भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनैन ने कहा कि हम समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद से मुकाबले जैसे रणनीतिक मुद्दों पर भारत के साथ काम करने और नियम आधारित बहुपक्षीय प्रणाली को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
भारत की ओर से अगस्त के लिए यूएनएससी की अध्यक्षता ग्रहण करने पर संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे, जिन्होंने यूएनएससी की बैठक की अध्यक्षता करने का फैसला किया है. साथ ही कहा कि यूएनएससी पर ये हमारा आठवां कार्यकाल है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत टी एस तिरुमूर्ति ने 15 राष्ट्रों के शक्तिशाली संयुक्त राष्ट्र निकाय की भारत की तरफ से अध्यक्षता संभाले जाने की पूर्व संध्या पर एक वीडियो संदेश में कहा कि हमारे लिए उसी महीने में सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालना विशेष सम्मान की बात है, जिस महीने हम अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं.
भारत की अध्यक्षता का पहला कार्यकारी दिवस सोमवार, दो अगस्त को होगा जब तिरुमूर्ति महीने भर के लिए परिषद के कार्यक्रमों पर संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन करेंगे. कुछ लोग वहां मौजूद होंगे जबकि अन्य वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जुड़ सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र की तरफ से जारी कार्यक्रम के मुताबिक तिरुमूर्ति संयुक्त राष्ट्र के उन सदस्यों देशों को भी कार्य विवरण उपलब्ध कराएंगे जो परिषद के सदस्य नहीं हैं.
भारत का दो साल का कार्यकाल एक जनवरी 2021 को हुआ था शुरू
सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का दो साल का कार्यकाल एक जनवरी, 2021 को शुरू हुआ था. अगस्त की अध्यक्षता सुरक्षा परिषद के गैर स्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के लिए भारत की पहली अध्यक्षता होगी. भारत अपने दो साल के कार्यकाल के अंतिम महीने यानी अगले साल दिसंबर में फिर से परिषद की अध्यक्षता करेगा. अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत तीन बड़े क्षेत्रों समुद्री सुरक्षा, शांतिरक्षण और आतंकवाद रोकथाम के संबंध में तीन उच्च स्तरीय प्रमुख कार्यक्रमों का आयोजन करेगा.