भारत में जारी टीकाकरण कार्यक्रम के लिए यह हफ्ता अहम साबित हो सकता है. खबर है कि सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी वैक्सीन से जुड़ी तीन आवेदनों की समीक्षा कर सकती है. इनमें जायडस कैडिला, कोवोवैक्स (Covovax), स्पूतनिक लाइट (Sputnik Light) का नाम शामिल हो सकता है. अगर इन तीनों वैक्सीन उम्मीदवारों को इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन (EUA) मिल जाता है, तो सरकार के साल के अंत तक पूरी वयस्क आबादी को टीका लगाने के लक्ष्य को रफ्तार मिल सकती है.
एक्सपर्ट कमेटी की बैठकों में इस हफ्ते कभी भी कोविड-19 रोधी वैक्सीन से जुड़ी तीन समीक्षाएं की जा सकती हैं. समीक्षा की जाने वाली सूची में सबसे पहले अहमदाबाद की जायडस कैडिला का नाम है. कंपनी ने तीन डोज वाली डीएनए वैक्सीन को EUA दिलाने के लिए 1 जुलाई को आवेदन किया था. उसके बाद से ही सरकारी पैनल कंपनी की तरफ से दाखिल किए गए ट्रायल डेटा की समीक्षा कर रही है.
दरअसल, ZyCoV-D कोविड-19 वैक्सीन के EUA मिलना बच्चों के लिए भी काफी अहम होगा. क्योंकि 12 साल से ज्यादा उम्र के करीब एक हजार बच्चों पर टीका की जांच की जा चुकी है. ये बच्चे भारत में 50 स्थानों पर आयोजित ट्रायल के 27 हजार प्रतिभागियों में शामिल थे. रिपोर्ट में एक अधिकारी के हवाले से बताया गया, ‘अगर डेटा इस दावे का समर्थन करता है, तो बच्चों पर इस्तेमाल की जाने वाली यह पहली भारतीय वैक्सीन होगी.’