अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय-अमेरिकी 12 कारणों से डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में आगे आ रहे हैं, जिनमें से एक कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी दोस्ती है. ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान में लगे एक दल द्वारा किए गए सर्वेक्षण में यह दावा किया गया है.
‘ट्रंप विक्ट्री इंडियन अमेरिकन फाइनेंस कमेटी’ के सह अध्यक्ष अल मैसन और उनके दल के सर्वे के अनुसार देश के पूर्व राष्ट्रपतियों और डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन के विपरीत ट्रंप प्रशासन भारत के आंतरिक मामलों, खासकर कश्मीर जैसे मामलों से दूर रहा है. इसके अलावा वैश्विक मंच पर भारत का दर्जा ऊंचा करने में ‘ट्रंप की स्पष्ट भूमिका’ एक अन्य अहम कारण है. सर्वे में कहा गया है, ‘यह मुख्य रूप से ट्रंप-मोदी फैक्टर के बारे में है.’
भारतीय-अमेरिकियों का काफी हद तक यह मानना है कि आगामी चार साल में मोदी और ट्रंप के मिलकर काम करने से वैश्विक मंच पर चीन को रोकने में मदद मिलेगी.
भारतीय-अमेरिकियों को ट्रंप की ओर आकर्षित होने के अन्य कारण
सर्वेक्षण में कहा गया है कि चीन के खिलाफ ट्रंप के कड़े रवैये, ‘देश को युद्ध की स्थिति में ले जाने के बजाए शांति कायम करने की कोशिश करने’, कोविड-19 से पहले ‘अमेरिका का आर्थिक पुनरुद्धार और वैश्विक महामारी से उचित तरीके से निपटने’ आदि के कारण भारतीय-अमेरिकी ट्रंप की ओर आकर्षित हो रहे हैं.
इसमें कहा गया है, “ट्रंप ने वैश्विक मंच पर भारत का दर्जा बढ़ाया है. निस्संदेह, इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका को लेकर दक्ष नीति को जाता है. भारत और अमेरिका के संबंध मजबूत हैं. भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों का श्रेय ट्रंप और मोदी को जाता है.”
सर्वेक्षण में कहा गया है, “भारत में हर भारतीय-अमेरिकी के माता-पिता, भाई, बहन, मित्र हैं या कोई कारोबार है. वे चाहते हैं कि भारत का सम्मान हो और उसकी चीन से रक्षा हो. ट्रंप ऐसा कर सकते हैं. उन्हें डर है कि ट्रंप की गैरमौजूदगी में, चीन भारत के साथ युद्ध शुरू कर सकता है. संभावित भारतीय अमेरिकी मतदाताओं में से 50 प्रतिशत मतदाता ट्रंप के पक्ष में मतदान करेंगे.”