यूपी के भदोही जिले के दुर्गा पंडाल में रविवार रात करीब नौ बजे आरती हो रही थी। आरती में 100 से ज्यादा लोग मौजूद थे। तभी अचानक आग लग गई। आग लगते ही अफरातफरी मच गई। दस मिनटों में ही पूरा पंडाल जलकर राख हो गया। एक बच्चे और एक महिला की मौत के साथ ही चारों तरफ मची अफरातरफी के बीच झुलसे लोगों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। उधर, गोरखपुर में सीएम योगी को इस घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने अधिकारियों को तुरंत राहत पहुंचाने और घायलों के बेहतर इलाज के आदेश दिए। इसके बाद गंभीर रूप से झुलसे लोगों को तुरंत ग्रीन कॉरीडोर से वाराणसी ले जाने के इंतजाम किए गए। कई लोगों को जिला अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है।
औराई स्थित नारथुआ गांव में शिव मंदिर के पास पोखरा (तालाब) पर प्रति वर्ष की भांति इस साल भी पूजा पंडाल स्थापित किया गया था। पूजा पंडाल को कागज व थर्माकोल से गुफानुमा बनाया गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दुर्गा पूजा पंडाल में बड़ी संख्या में भक्त आरती कर रहे थे।
इसी समय पंडाल के पर्दे में अचानक आग लग गई। जब तक लोग समझ पाते तब तक आग भीषण रूप धारण कर ली। देखते ही देखते पूरा पंडाल जलकर राख हो गया। आग लगने से लोगों में भगदड़ मच गई। लोगों को बाहर निकलने के प्रयास में बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे झुलस गए।
भगदड़ के दौरान कुछ लोग घायल भी हो गए। बताया जा रहा है कि दमकल विभाग के जवान जब तक पहुंचते, तब तक पंडाल जलकर राख हो चुका था। हालांकि मौके पर पहुंची औराई फायर ब्रिगेड की टीम ने आधे घंटे की माशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से पंडल में फंसे लोगों को बाहर निकालकर सीएचसी पहुंचाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही डीएम गौरांग राठी, एसपी डा. अनिल कुमार के अलावा कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्रा समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया कि शार्टसर्किट से आग लगने की आशंका है। लेकिन अन्य कारणों की भी जांच कराई जा रही है। उधर, आग लगने की सूचना के बाद आला अधिकारियों के साथ ही सांसद रमेश बिंद, औराई विधायक दीनानाथ भाष्कर, ज्ञानपुर विपुल दुबे, भदोही जाहिद बेग आदि भी मौके पर पहुंच गए।
जिला अस्पताल में ये भर्ती
पूजा पंडाल में लगी आग में गंभीर रुप से झुलसे 16 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। देर रात सभी को वाराणसी रेफर कर दिया गया। एसडीएम ज्ञानपुर अश्विनी कुमार पांडेय ने बताया कि नित्या, रूद्र कुमार, किरन, सावित्री, प्रतिमा, अनुष्का, ऋषिकेश, गीता, नवीन, राजकुमार, दीपू, अनंत कुमार जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
मंडल मुख्यालय से तीन गाड़ियां भेजी गईं
आग को बुझाने के लिए मंडल मुख्यालय से फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियों को भेजा गया। फायर ब्रिगेड अफसर अनिल सरोज ने बताया कि एक बड़ी गाड़ी और दो छोटी गाड़ियों को मौके पर भेजा गया है। इनमें आधा दर्जन फायर ब्रिगेड के जवानों को भी आग बुझाने के लिए भेजा गया था।
गुफानुमा पंडाल में था एक ही रास्ता
कागज और थर्माकोल से बनाए गए गुफानुमा पंडाल में श्रद्धालुओं के आने-जाने का एक मात्र रास्ता था, जिसमें स्थान काफी कम था। यही कारण था कि रविवार की रात आग लगने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। झुलसने वालों में महिलाएं व बच्चे सर्वाधिक हैं। जिला अग्निशमन अधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि जानकारी के बाद एक गाड़ी कार्यालय से तथा दूसरी औराई से लेकर पहुंचे।
एंबुलेंसों से पहुंचाया गया अस्पताल
पंडाल में आग लगने के बाद चहुंओर केवल चीख व पुकार ही सुनाई पड़ रही थी। झुलसे लोगों को त्वरित उपचार देने को जिले की 32 एंबुलेंस वाहनों को लगा दिया गया था। जिला एंबुलेंस प्रभारी अभिजीत ने बताया कि पूजा पंडाल में आग लगने के कुछ ही देर बाद सूचना मिली गई थी। डीएम व एसपी के आदेश पर जनपद की सभी 32 एंबुलेंस वाहनों को वहां पर भेज दिया गया। नौ बजे तक वाहन वहां पहुंच गए थे, लेकिन वहां पर तक तक पंडाल पूरी तरह से राख हो गया था। जिसके बाद स्वास्थ्य कर्मियों की टीम ने सभी को अस्पताल पहुंचाने का काम किया।
मिर्जापुर से 12 एंबुलेंस
झुलसे लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए मिर्जापुर से 12 एंबुलेंस से भेजी गई है। कमिश्नर योगेश्वर राम मिश्रा के निर्देश पर सीएमओ डॉ राजेंद्र प्रसाद ने तत्काल 12 एंबुलेंस को मौके पर भेज दिए। वहां से झुलसे लोगों को वाराणसी भेजा जा रहा है।
ग्रीन कॉरिडोर से बनारस पहुंचे झुलसे लोग
उधर, वाराणसी में रात 10 बजे के बाद अचानक ट्रामा सेंटर और कबीरचौरा अस्पताल को ग्रीन कॉरिडोर बना दिया गया। अस्पताल के सभी स्टाफ को भी मौके पर बुला लिया गया था। पुलिस अधिकारियों ने चितईपुर, भिखारीपुर आदि रास्तों को खाली कराने का निर्देश जारी कर दिया था। अस्पतालों के मुख्य प्रवेश द्वार को भीड़ से मुक्त करा दिया गया था। यह व्यवस्था भदोही के औराई स्थित नारथुआ गांव में रविवार रात दुर्गा पूजा पंडाल में लगी आग में झुलसे लोगों के लिए की गई थी। झुलसने वालों को समय पर तत्काल चिकित्सीय सुविधा मिल सके इसके लिए वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस की ओर से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें अस्पताल सुगमता से पहुंचाया गया।
वहीं, पीड़ितों के आते ही पूरा अस्पताल प्रशासन सतर्क हो गया। तुरंत मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया था। अस्पताल के वरीय डाक्टर एक एक मरीज की निगरानी कर रहे थे। औराई से लगभग 49 लोगों को वाराणसी रेफर किया गया था। बीएचयू के ट्रामा सेंटर में 33 और कबीरचौरा अस्पताल के इमरजेंसी में 16 लोगों को भर्ती कराया गया। मरीज बढने पर कई वार्डों को रिजर्व रखा गया था। वहीं, पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश खुद कमान संभाल रखी थी। ट्रामा सेंटर पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया।
कबीरचौरा अस्पताल में मौजूद एडीसीपी राजेश पांडेय और एएसपी कोतवाली त्रिलोचन त्रिपाठी से लगातार संपर्क कर मरीजों का हालचाल जान रहे थे। उधर, ट्रामा सेंटर में बेड की कमी के चलते लोगों को स्ट्रेचर पर ही इलाज किया जा रहा था। बीएचयू में अफरा तफरी का माहौल रहा। इमरजेंसी में दूसरे मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। नए मरीजों को लौटा दिया जा रहा था।
कमिश्नर ने देर रात जारी किया सर्कुलर
कमिश्नर ए सतीश गणेश ने भदोही की घटना को देखते हुए देर रात पंडालों में आग से बचाने के लिए एक सर्कुलर जारी किया है। सभी पुलिस अधिकारियों को पूजा पंडालों में आग से बचाव की व्यवस्था चेक कराने के निर्देश दिया है। पंडालों में बालू और पानी की व्यस्वस्था हर हाल में हो यह सुनिश्चित करने को कहा है।