ब्रिटेन की सेना का कहना है कि रूस पूर्वी यूक्रेन के क्रामातोर्स्क और सेवेरोदोनेत्स्क शहरों पर कब्जा करने की कोशिश करेगा। ब्रिटिश सेना ने बुधवार को युद्ध के बारे में ट्विटर पर दैनिक ब्रीफिंग में यह टिप्पणी की। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस ने क्षेत्र में बढ़त बनाने की कोशिशों के तहत इजियम के निकट लगभग 22 बटालियन सामरिक समूहों को तैनात कर रखा है।
रूस के तथाकथित बटालियन सामरिक समूह में पैदल सेना की इकाइयां शामिल हैं, जो टैंक, हवाई रक्षा उपकरणों और तोपों से लैस हैं। प्रत्येक इकाई में लगभग 800 सैनिक हैं। ब्रिटिश सेना ने कहा, ”यूक्रेन के रक्षा चक्र को भेदने में संघर्ष करने के बजाय रूस के इजियम की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है ताकि वह क्रामातोर्स्क और सेवेरोदोनेत्स्क शहरों पर कब्जा कर सके।”
मेक्सिको सिटी : हजारों यूक्रेनी शरणार्थी मेक्सिको सिटी में डेरा डालकर अमेरिका में प्रवेश की अनुमति मिलने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। लगभग 500 शरणार्थी मेक्सिको की राजधानी के पूर्वी हिस्से में एक स्थान पर मंगलवार को शिविरों में अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। यह शिविर एक सप्ताह के लिये खुले हैं। हर दिन 50-100 लोग यहां आ रहे हैं।
वाशिंगटन : अमेरिकी रक्षा प्रतिष्ठान पेंटागन के शीर्ष अधिकारियों ने संसद को बताया है कि यूक्रेन में युद्ध के पहले दो महीने के दौरान अमेरिका को रूस की सैन्य खामियों और क्षमता के बारे में बहुत सी जानकारी प्राप्त हुई है। पेंटागन के अधिकारियों ने यह भी कहा कि जैसे-जैसे युद्ध आगे बढ़ रहा है, रूस अपनी गलतियों से सीख रहा है।
रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल मार्क मिले ने मंगलवार को संसद की एक समिति को बताया कि अगर संसद की ओर से धनराशि को मंजूरी दी जाती है तो यूक्रेन को टैंक-रोधी, विमान-रोधी और कंधे पर रखकर दागे जाने वाली सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें जैसे अहम हथियार मुहैया कराए जा सकते हैं।
कीव : जर्मनी की विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता फ्रेडरिक मर्ज़ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मुलाकात करने के लिए मंगलवार को कीव पहुंचे। मर्ज़ ऐसे समय कीव पहुंचे हैं, जब जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा है कि वह फिलहाल यूक्रेन की यात्रा नहीं करेंगे।
यूक्रेन द्वारा, जर्मनी के राष्ट्रपति फ्रैंक-वाल्टर स्टेनमीयर को आमंत्रित करने से इनकार करने के बाद से शोल्ज की हाल के हफ्तों में यूक्रेनी अधिकारियों के साथ तीखी बहस हुई है। यूक्रेन ने स्टेनमीयर पर जर्मनी के विदेश मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान रूस के साथ नजदीकियां रखने का आरोप लगाया है।